

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में तेंदुए का वीडिया वायरल हो रहा है। जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
वायरल वीडियो में तेंदुए को सड़क किनारे देखा गया(सोर्स-इंटरनेट)
ललितपुर: उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें ललितपुर जिले के बालाबेहट-पाली मार्ग पर एक तेंदुए को सड़क किनारे चलते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में तेंदुआ शांतिपूर्ण सड़क किनारे घुमता नजर आ रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार,वीडियो को देखने के बाद आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन गया है। लोग इस वीडियो को देखकर चिंतित हैं कि कहीं यह जानवर किसी भी समय किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे दे। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से साझा किया जा रहा है, जिससे लोग बहुत अधिक प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
यह वायरल वीडियो बालाबेहट-पाली मार्ग के बंहौरी वंशआ और डारा के बीच का बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने इसकी पुष्टी की है कि यह वीडियो उक्त क्षेत्र का है। ग्रामीणों का कहना है कि इस करह का जानवर देखना उनेक लिए चिंता का विषय है, क्योंकि इसेस आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि यदि चेंदुए का विचरण जारी कहा ,तो इससे मानव जीवन और पशुधन दोनों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
वन विभाग ने इस वीड़ियो का खंडन किया है। प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी गौतम सिंह ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो किसी दूसरे क्षेत्र का है। गौतम सिंह ने कहा कि उन्हे जांच में पता चला है कि जिस स्थान की जानकारी दी जा रही है, वह वास्तव में उस क्षेत्र का नही है। उन्होने यह भी कहा कि विभाग ने मामले का गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन किया है। जो इस मामले की छानबीन कर रहें है और सही जानकारी जुटाने के लिए वहां जाकर निरीक्षण करेगी।
प्रभागीय निदेशक ने बताया कि वन विभाग ने मामले की पूरी जांच के लिए एक टीम का गठन किया है, जो संबंधित क्षेत्र में जाकर सत्यापन करेगी। टीम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कहीं कोई भी जानवर किसी मानव आबादी के संपर्क में तो नहीं आ गया है और यदि पाया गया तो तत्काल उचित कदम उठाए जाएंगे। विभाग का कहना है कि वे इस तरह के मामलों को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही सही जानकारी सार्वजनिक करेंगे।
इस बीच, ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत को देखते हुए प्रशासन और वन विभाग को चाहिए कि वे सतर्कता बरतें और जागरूकता अभियान चलाएं। ग्रामीणों को भी चाहिए कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। इससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।