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Kanpur Dehat: मां बनी हत्यारिन, बेटे के मौत की रची साजिश, पुलिस ने ऐसे किया सनसनीखेज खुलासा

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मां का प्रेम प्रसंग ममता पर भारी पड़ गया, दरअसल जिले के डेरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बल्हारामऊ गांव के सामने हाइवे पर प्रदीप उर्फ सुक्खा का शव पुलिस ने बरामद किया, उधर बरौर पुलिस से मृतक के बाबा जगदीश नारायण ने अपने नाती (प्रदीप) के अपहरण होने की नामजद शिकायत दर्ज कराई थी।
Post Published By: Jay Chauhan
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Kanpur Dehat: मां बनी हत्यारिन, बेटे के मौत की रची साजिश, पुलिस ने ऐसे किया सनसनीखेज खुलासा

Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मां का प्रेम प्रसंग ममता पर भारी पड़ गई, दरअसल जिले के डेरापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बल्हारामऊ गांव के सामने हाइवे पर प्रदीप उर्फ सुक्खा का शव पुलिस ने बरामद किया, उधर बरौर पुलिस से मृतक के बाबा जगदीश नारायण ने अपने नाती (प्रदीप) के अपहरण होने की नामजद शिकायत दर्ज कराई थी। तभी बरौर पुलिस ने डेरापुर पुलिस से संपर्क किया और शव की पहचान कराई गई तो पहचान प्रदीप उर्फ सुक्खा के रूप में हुई। पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो सनसनीखेज खुलासा हो गया।

मुठभेड़ के बाद हत्यारोपी ऋषि हुआ गिरफ्तार

बरौर पुलिस ने विवेचना करते हुए पहले ऋषि कटियार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया जिसके पास से देशी तमंचा कारतूस व वैगन आर कार भी बरामद हुई, पकड़े गए अभियुक्त से पूछताछ के बाद पुलिस ने ऋषि के भाई मयंक उर्फ इशू को गिरफ्तार किया जिसके पास से पुलिस ने एक हथौड़ी बरामद की।

मुखबिर की सूचना पर हत्यारोपी मयंक को किया गिरफ्तार

पुलिस की जांच में सनसनीखेज खुलासा तब हुआ जब मृतक प्रदीप की मां को पुलिस ने गिरफ्तार किया ।

पूछताछ में खोले कई राज

मृतक की मां ने पूछताछ में बताया कि मेरे पति की मृत्यु 4 वर्ष पहले हो गयी थी। तभी से मेरे प्रेम सम्बन्ध पड़ोस में रहने वाले मयंक उर्फ ईशू से हो गये थे। मेरे लिए ही ईशू ने अभी तक शादी नहीं की, जबकि इसके छोटे भाई ऋषि की शादी हो गयी है।

उसने बताया कि कई बार मेरे लड़के प्रदीप उर्फ सुक्खा ने हम दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, जिससे प्रदीप मुझसे कम बात करता था। तभी से वह बाहर रहने लगा था, वह जब भी घर आता जाता था तो अपने बाबा के पास ही रहता था। कभी-कभी मेरे पास आता था।

उसने बताया कि उसने और मंयक ने योजना बनाकर प्रदीप की 04 बीमा एलआईसी पॉलिसियां अलग-अलग तिथियों में करायी थी। कुछ किस्तें हम लोगों ने सभी पॉलिसियों की जमा कर दी थी। दीपावली के त्यौहार पर प्रदीप (बेटा) घर आने वाला है।

उसने बताया कि ईशू के साथ मिलकर योजना बनायी कि यदि प्रदीप की हत्या कर एक्सीडेन्ट से मृत्यु होना दर्शा दें तो हम लोगों को बीमा का क्लेम मिल जायेगा और किस्तें भी जमा नहीं करनी पड़ेंगी।

तब ईशू ने कहा कि अपने भाई ऋषि को भी इसमें शामिल कर लेतें हैं तो ज्यादा आसान रहेगा क्यूंकि मैं अकेले ये सब नहीं कर पाऊंगा और अगर तुम यहां रही तो तुम पर शक हो जायेगा और बीमा का क्लेम नहीं मिल पायेगा।

दीपावली में रची साजिश

उसने कहा कि योजना के अनुसार दीपावली  के दिन जब प्रदीप घर आया तो मैं दो दिन बाद ही घर से अपनी रिश्तेदारी में चली गयी थी, जिससे कि मुझ पर कोई शक न करे। मैं और मयंक उर्फ ईशू व उसका छोटा भाई ऋषि से मिलकर सारी बात फाइनल करके गयी थी।

दीपावली के दो दिन बाद दिया वारदात को अंजाम

मेरा लड़का प्रदीप कभी कभार शराब पी लेता था। शराब पीने के बाद वह होश में नहीं रहता था। इसी बात का फायदा उठाते हुए दिनांक 26 अक्टूबर 2025 शाम को ऋषि और ईशू दोनों लोग अपनी कार से प्रदीप को साथ ले गये और शराब पिलाकर नशे में कर दिया तथा नशे में करके गाड़ी में ही हथोड़ी से प्रदीप के सिर पर वार करके मारकर उसकी मौत को एक्सीडेन्ट दिखाने के लिए हाइवे पर फेंक दिया।

फिर योजना के अनुसार, जब मुझे प्रदीप की लाश मिलने की खबर मिली तब मैं गांव आयी लेकिन गांव आकर पता चला कि कुछ लोगों ने ईशू और ऋषि द्वारा अपनी गाड़ी से प्रदीप को ले जाते हुए देख लिया था और अगले ही दिन मेरे ससुर जगदीश नारायण ने नामजद मुकदमा लिखवा दिया है लेकिन मुझे पूरा यकीन था कि मेरे ऊपर किसी का शक नहीं जायेगा। बहराल कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पाण्डेय ने इस घटना का खुलासा करते हुए मास्टरमाइंड मां को जेल भेज दिया।

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