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Maharajganj News: मासूम प्रिंस 72 घंटे बाद भी लापता, जंगल-पोखरे से लेकर खेत-खलिहान तक सर्च ऑपरेशन जारी

महराजगंज के नौतनवा में बीते चार दिनों से पांच वर्षीय मासूम प्रिंस उर्फ़ अंश लापता है। पुलिस, एसओजी, स्वाट, एनडीआरएफ समेत कई टीमें लगातार जंगल, पोखरे और खेत-खलिहान तक सर्च ऑपरेशन चला रही हैं, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका।
Post Published By: सौम्या सिंह
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Maharajganj News: मासूम प्रिंस 72 घंटे बाद भी लापता, जंगल-पोखरे से लेकर खेत-खलिहान तक सर्च ऑपरेशन जारी

Maharajganj: नौतनवा थाना क्षेत्र के कजरी गांव से रविवार की सुबह से लापता मासूम प्रिंस उर्फ़ अंश का चौथे दिन भी कोई पता नहीं चल सका। 72 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस-प्रशासन और विशेष टीमों की मेहनत बेनतीजा साबित हो रही है। बच्चा किस परिस्थिति में और कहां गायब हुआ, यह अब तक रहस्य बना हुआ है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार रविवार को नानी के घर खेलते समय प्रिंस अचानक लापता हो गया। उसी वक्त अन्य बच्चे भी खेल रहे थे, लेकिन मासूम के अचानक गायब होने से परिजन सकते में आ गए। बताया जा रहा है कि बच्चे के पास घर का मोबाइल फोन था, जिस पर शुरुआत में दो दिनों तक घंटी बजती रही, लेकिन बाद में वह बंद हो गया। इसी कारण पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगाल रही है।

जंगल और पोखरे तक चला तलाशी अभियान

लापता मासूम की तलाश में पुलिस ने अब तक जंगलों, पोखरों और खेत-खलिहानों तक सर्च अभियान चलाया। मंगलवार को टेढ़ी के जंगलों में वन विभाग के साथ सर्चिंग की गई। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पोखरों में तलाशी कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

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मासूम की तलाश में बेसुध पिता गणेश अग्रहरि

जिले की कई टीमें जुटीं

एसओजी, स्वाट, सर्विलांस, एनडीआरएफ और SSB की डॉग स्क्वायड टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। साथ ही, कई जगहों पर लगे CCTV कैमरों की भी जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा खुद घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे चुके हैं।

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परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

प्रिंस की मां संजू अग्रहरि और पिता गणेश अपने बेटे की एक झलक पाने को बेताब हैं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। कुछ महीने पहले ही संजू के पिता का निधन हुआ था और मायके में कुछ विवाद भी हुआ था। इस एंगल पर भी पुलिस जांच कर रही है। रक्षाबंधन पर मायके आई संजू के लिए अब यह त्योहार गम में बदल गया है। चार दिन बीत जाने के बाद भी मासूम का कोई पता न चलने से गांव में चिंता का माहौल है। लोगों के मन में केवल एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर बच्चे के साथ क्या हुआ?

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