

स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर उत्तर प्रदेश एसटीएफ के कई अधिकारियों को उनके अदम्य साहस और बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्वारा वीरता पदक (गैलंट्री मेडल) से सम्मानित किया गया। इन अधिकारियों ने अलग-अलग मुठभेड़ों में कुख्यात अपराधियों को मारा या गिरफ्तार किया। जिनमें बलिया, गोरखपुर, नोएडा और अलीगढ़ में हुई मुठभेड़ शामिल हैं। इन साहसी अधिकारियों के कार्यों से राज्य में अपराध पर काबू पाने में मदद मिली है और यूपी एसटीएफ की भूमिका को और भी मजबूती मिली है।
UP STF
Lucknow News: स्वतंत्रता दिवस 2025 पर यूपी एसटीएफ के कुछ बहादुर अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके साहसिक कार्यों के लिए राष्ट्रपति द्वारा वीरता पदक (गैलंट्री मेडल) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन अधिकारियों को दिया गया, जिन्होंने अलग-अलग मुठभेड़ों में कुख्यात अपराधियों को पकड़ने या मुठभेड़ों में मार गिराने के दौरान अदम्य साहस का परिचय दिया। एसटीएफ के इस उत्कृष्ट कार्य को सराहते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें सम्मानित किया।
इन पुरस्कारों में शामिल कुछ प्रमुख अधिकारी डिप्टी एसपी, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल रहे। जिन्होंने अपने अद्वितीय साहस और प्रतिबद्धता के साथ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की। एसटीएफ के अधिकारियों की इस कड़ी मेहनत और बहादुरी ने न केवल राज्य की सुरक्षा को मजबूत किया, बल्कि आम जनता के बीच भी सुरक्षा का अहसास बढ़ाया।
धर्मेश कुमार शाही, डिप्टी एसपी, यशवंत सिंह, सब-इंस्पेक्टर और नीरज कुमार पांडे, हेड कांस्टेबल
इन अधिकारियों को 3 सितंबर 2021 को बलिया जिले के रसड़ा क्षेत्र में हुए एक एनकाउंटर के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया गया। इस मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी और शहाबुद्दीन गैंग का शूटर मारा गया, जिस पर 33 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। इन अधिकारियों ने साहस के साथ इस मुठभेड़ में भाग लिया और अपराधी को ढेर कर दिया।
दीपक कुमार सिंह, डिप्टी एसपी, हेमंत भूषण सिंह, इंस्पेक्टर और विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल
इन अधिकारियों को 5 जनवरी 2024 को गोरखपुर में हुई मुठभेड़ के लिए वीरता पदक दिया गया। इस मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी अपराधी विनोद कुमार उपाध्याय मारा गया, जो कई गंभीर अपराधों में शामिल था। इन अधिकारियों ने जान की परवाह किए बिना इस अपराधी को खत्म किया, जो राज्य में कई आपराधिक गतिविधियों का मुख्य आरोपी था।
नोएडा और अलीगढ़ मुठभेड़ में बहादुरी
नोएडा एसटीएफ यूनिट के अक्षय परवीर कुमार त्यागी, राजन कुमार और मुकेश सिंह को भी वीरता पदक से नवाजा गया। इन अधिकारियों ने 7 जुलाई 2021 को नोएडा में 2 लाख के इनामी अजय उर्फ कालिया का एनकाउंटर किया था। कालिया कई हाईवे लूट और रेप जैसी वारदातों में वांछित था। इन अधिकारियों की तत्परता और बहादुरी ने अपराधी को पकड़ा और उसे खत्म कर दिया।
अलीगढ़ एनकाउंटर में प्रमोद कुमार, सब-इंस्पेक्टर
2 जुलाई 2020 को अलीगढ़ के टप्पल में हुए एनकाउंटर के लिए सब-इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार को वीरता पदक दिया गया। इस मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बबलू उर्फ गंजा को मार गिराया गया, जो एक्सेल गैंग का सदस्य था और लूटपाट की कई घटनाओं में शामिल था।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ का योगदान
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ (विशेष कार्य बल) ने कई वर्षों से प्रदेश में अपराधों पर काबू पाने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन मुठभेड़ों के दौरान अधिकारियों ने न केवल अपने जीवन को खतरे में डाला, बल्कि उनकी बहादुरी और पेशेवरता ने यूपी के नागरिकों को सुरक्षित महसूस कराया। इन अधिकारियों के द्वारा किए गए साहसिक कार्यों से न केवल अपराधियों को कड़ी सजा मिली, बल्कि अपराध की दुनिया में भी एक मजबूत संदेश गया।