

रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रयागराज में स्वयंसेवी संस्थाओं की महिलाओं ने SDRF के जवानों को राखी बांधकर उनके समर्पण और सेवा को सम्मानित किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डटे इन जवानों को बहनों ने सुरक्षा बंधन का संकल्प दिलाया, जिससे भावुक माहौल बन गया। जवानों ने बहनों की रक्षा करने की बात कही। उन्होंने बहनों से स्नेह के साथ राखी बंधवाकर अपनी खुशी का इजहार किया। इस दौरान सभी जवान काफी उत्साहित नजर आए।
प्रतिकात्मक तस्वीर (Img: Google)
Prayagraj: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर प्रयागराज जिले में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जहां स्वयंसेवी संस्थाओं की महिलाओं ने राज्य आपदा मोचल बल (SDRF) के बहादुर जवानों को राखी बांधकर उन्हें सुरक्षा और सेवा का संकल्प दिलाया। यह आयोजन केवल एक पारंपरिक राखी समारोह नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से महिलाओं ने उन जवानों को सम्मानित किया जो आपदा की घड़ी में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने परिवार से दूर रहकर जनता की सेवा कर रहे हैं।
राखी बंधवाकर भावुक हुए जवान
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, राखी बांधने के दौरान कई SDRF जवान भावुक हो उठे। बहनों के प्रेम और स्नेह को पाकर उन्होंने भी वादा किया कि जैसे वे बाढ़ जैसी आपदाओं में लोगों की मदद करते हैं, वैसे ही वे हर परिस्थिति में देशवासियों की रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। यह आयोजन एक तरह से "सुरक्षा बंधन" बन गया जिसमें राखी केवल एक धागा नहीं, बल्कि एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव बन गई।
स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका
इस कार्यक्रम का आयोजन कनकधारा संस्था और सिविल लाइंस उद्योग व्यापार मंडल के सहयोग से किया गया। संस्था की अध्यक्ष स्वाति निरखी ने बताया कि SDRF जवानों ने हाल ही में प्रयागराज और आसपास के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इन जवानों की निस्वार्थ सेवा को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
बहनों की ओर से विशेष तोहफे
इस विशेष अवसर पर महिलाओं द्वारा जवानों को छोटे-छोटे उपहार भी भेंट किए गए। स्वाति निरखी ने कहा, "आज जब सभी अपने परिवार के साथ रक्षाबंधन मना रहे हैं, तब ये जवान ड्यूटी पर तैनात हैं। इसलिए यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हम इन्हें यह अहसास कराएं कि वे अकेले नहीं हैं।" यह आयोजन मात्र राखी समारोह से बढ़कर जवानों को सम्मानित करने का क्षण बन गया।
जनता का भरोसा बना SDRF
इस दौरान, SDRF के जवानों ने यह यकीन दिलाया कि वे हर आपदा के समय, चाहे वह बाढ़ हो या कोई अन्य संकट, जनता की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राखी के इस पर्व पर मिला स्नेह उन्हें अपने कर्तव्य को और अधिक निष्ठा से निभाने की प्रेरणा देगा।