

हापुड़ में बुधवार रात दिल्ली पुलिस और नोएडा STF की मुठभेड़ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर नवीन कसाना ढेर। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लॉरेंस गैंग का शार्प शूटर नवीन कसाना मुठभेड़ में ढेर
हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में बुधवार देर रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और नोएडा एसटीएफ की टीम ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात शार्प शूटर नवीन कसाना को एक मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ हापुड़ के कोतवाली नगर क्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित एसपी कार्यालय के पास हुई।
हाइलाइट्स:
बुधवार रात लगभग 11 बजे एसटीएफ को सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य नवीन कसाना हापुड़ में बड़ी आपराधिक वारदात की फिराक में है। इसके बाद एसटीएफ नोएडा यूनिट और दिल्ली स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने कोतवाली क्षेत्र में दिल्ली रोड के पास वाहनों की चेकिंग शुरू की। इस दौरान एक बाइक पर नवीन कसाना अपने साथी के साथ आता दिखाई दिया। जब पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो बदमाशों ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी और शहर की तरफ भागने लगे। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में नवीन गोली लगने से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसका साथी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश अभी जारी है ।मुठभेड़ में एसटीएफ का जवान अंकुर और दिल्ली स्पेशल सेल का सिपाही विजेंद्र घायल हुए हैं। दोनों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मारा गया बदमाश गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला नवीन कुमार उर्फ नवीन कसाना था। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य और शार्प शूटर था। पुलिस के अनुसार, वह गैंग के अन्य कुख्यात सदस्य हाशिम बाबा के साथ मिलकर कई अपराधों को अंजाम देता था।
नवीन पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, अपहरण और मकोका (MCOCA) जैसे संगीन आरोपों में दिल्ली और यूपी में 20 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह दिल्ली के थाना फर्श बाजार क्षेत्र में व्यापारी सुनील जैन की हत्या के मामले में भी वांछित था। इस केस में वह फरार चल रहा था। वह 2014 में सदर बाजार में 26 लाख की लूट, 2009 में साहिबाबाद हत्या, 2011 में गुड़गांव डबल मर्डर और वेलकम मर्डर केस में भी आरोपी रह चुका था। गीता कॉलोनी में 50 लाख की गोल्ड लूट का मास्टरमाइंड भी वही था।
दिल्ली के दो केसों में नवीन को अदालत से सजा भी मिल चुकी थी। 2021 में परोल पर बाहर आया था लेकिन वापस नहीं लौटा। नवीन, हाशिम बाबा गैंग से भी जुड़ा हुआ था और कॉन्ट्रैक्ट किलर जग्गू पहलवान का गुर्गा रह चुका था एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई को एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। नवीन जैसे खतरनाक अपराधी के मारे जाने से लॉरेंस बिश्नोई गैंग को एक बड़ा झटका लगा है।
पुलिस अब फरार साथी की तलाश कर रही है और यह भी जांच कर रही है कि नवीन हापुड़ में किस वारदात को अंजाम देने आया था। यह एनकाउंटर दिल्ली और यूपी पुलिस के लिए एक बड़ी रणनीतिक सफलता है, जो लॉरेंस बिश्नोई जैसे खतरनाक नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में अहम कदम है।