

यूपी के हापुड़ जनपद में आज जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा कंट्रोल रूम की स्थापना की गई। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
कंट्रोल रूम की स्थापना
हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा सोमवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी ने इसकी शुरुआत करते हुए बताया कि अब लखनऊ और दिल्ली से आने वाली सूचनाओं का त्वरित और सटीक आदान-प्रदान संभव हो सकेगा।
कंट्रोल रूम के संचालन के लिए नियुक्त होगा नया कार्यालय सचिव
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार इस कंट्रोल रूम के संचालन के लिए एक कार्यालय सचिव की नियुक्ति की जाएगी। जो कि लखनऊ और दिल्ली से भेजी गई सूचनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे और समय रहते उन्हें जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष तक पहुंचाएगे। वहीं जिले से जुड़ी सभी गतिविधियों और सूचनाओं को भी यह कंट्रोल रूम सीधे प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचाएगा।
कंट्रोल रूम से मिलेंगी महत्वपूर्ण जानकारी
जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी ने कहा कि कंट्रोल रूम की स्थापना से अब जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सभी जरूरी सूचनाएं समय पर मिल सकेंगी। पहले ऐसी व्यवस्था न होने से कई बार महत्वपूर्ण जानकारियां छूट जाती थी। जिससे पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं मिल पाती थी, लेकिन अब यह समस्या नहीं रहेगी।
जिला कॉर्डिनेटर अवनीश काजला का बयान
वहीं जिला कॉर्डिनेटर अवनीश काजला ने कहा कि हापुड़ कांग्रेस के इतिहास में यह पहला मौका है। जब इस तरह के आधुनिक सूचना समन्वय तंत्र की स्थापना की गई है। इससे संगठन की सक्रियता और समन्वय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
उद्घाटन में कई पदाधिकारी रहे मौजूद
कंट्रोल रूम के उद्घाटन कार्यक्रम में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। जिनमें पूर्व विधायक गजराज सिंह, पूर्व प्रदेश महासचिव एवं मेरठ महानगर कॉर्डिनेटर बदरुद्दीन कुरैशी, पूर्व धौलाना विधानसभा प्रत्याशी अरविंद शर्मा, गौरव गर्ग, भरतलाल शर्मा, एहतेशाम, गोपाल भारती, महबूब सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।
कंट्रोल रूम के कार्य
- सूचनाओं का आदान-प्रदान और संकलन
- समस्याओं का त्वरित समाधान
- पार्टी गतिविधियों का समन्वय और निगरानी
- नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर संवाद
कंट्रोल रूम का उद्देश्य
कंट्रोल रूम का मुख्य उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच संवाद और समन्वय में सुधार करना है, ताकि पार्टी की गतिविधियों को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके और जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके।