उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में दुष्कर्म का मामला सामेन आया है। जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया हैष पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराया गया
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पूरा मामला हमीरपुर जिले के एक गांव का है। जहां इंसानियत को शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया गया है। जिसने पूरे क्षेत्र को दहला के रख दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जघन्य़ घटना में आरोपी ने बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने घर लेकर गया। इसके बाद दुष्कर्म को अंजाम दिया । पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
हमीरपुर जिले में अपनी मौसेरी बहन की बेटी की शादी में शामिल होने आए एक दंपति की चार साल की मासूम बच्ची का गांव के ही एक युवक ने अपहरण कर लिया। जानकारी के अनुसार, उस वक्त बारात दरवाजे पहुंच रही थी। बारात के शोर शराबा और भीड़भाड़ का फायदा उठाकर दरिंदे ने मासूम को अपने घर ले जाकर उसके साथ हैवानियत कर डाली। जब बहुत देर तक बच्ची मां बाप को नजर नहीं आई तो उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की। इसकी जानकारी मिलते ही परिवार के लोग उसकी खोज में लग गए।
इस घटना के बारे में जब परिजनों के पता चला तो परिजनों ने आरोपी के घर जाकर दरवाजा खटखटाया, तो उसने कोई जवाब नही दिया। बाद में गांव के कुछ लोगों ने उसकी छत से घर में दाखिल होकर देखा तो आरोपी मासूम बच्ची के साथ ही पड़ा था। उसे पकड़कर लोगों ने उसकती पिटाई की और बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला।
पुलिस थाने पहुचकर परिजनों ने घटना की रिपोर्ट दगर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लेकर उसकी जांच शुरु कर दी है। पुलसि अधिकारी राजीव प्रताप सिंह ने बताया ,"घटना का लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया गया है। आरोपी के खिलाफ पास्को एक्ट सहित संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। जांचकी प्रक्रिया चल रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना के बाद से पूरे गांव के लोगों में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीण कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहें है, और दोषी को कठोर सजा देने की मांग कर रहे है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस घटना की गमभीरता कोसमझते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए है।
यह घटना समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएं ताकि समाज में सुरक्षा और विश्वास का माहौल कायम हो सके।