

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में असिस्टेंट प्रोफेसर ने आत्महत्या कर ली। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
प्रतीकात्मक छवि
गाजियाबाद: जनपद के मोदीनगर में सहायक प्रोफेसर के खौफनाक कदम से हड़कंप मच गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रोफेसर ने कर्जदारों से परेशान आकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी के अनुसार ऑनलाइन ट्रेडिंग की लत से उन पर 60 लाख से अधिक का कर्जा हो गया था। कर्जा देने वाले लगातार अपने रुपये लौटाने के लिए लोग उनपर दबाव बन रहे थे।
प्रोफेसर की पत्नी ने मंगलवार को कॉलेज के प्रोफेसर, लाइब्रेरियन व कर्मचारी पर उधारी लौटाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी है।
मृतक की पहचान फिजिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार मिश्रा के रुप में हुई है जो मूलरूप से चित्रकूट के रहने थे।
फिलहाल वो मोदीनगर के मुलतानीमल मोदी डिग्री कॉलेज में फिजिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर थे। उनकी नियुक्ति 2019 में हुई थी।
प्रोफेसर मोदीनगर की सौंदा रोड पर अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते थे। पिछले करीब दो साल से उन्होंने ऑनलाइन ट्रेडिंग में रुपये निवेश करने शुरू किए। शुरुआत में मुनाफा हुआ, जिसके बाद निवेश की रकम को बढ़ाते गए। इसके लिए उन्होंने कॉलेज के ही प्रोफेसर से रुपये उधार लिए। कुछ प्रोफेसर ने अपने साथियों से भी रुपये उधार दिलाए। इसी तरह उन पर करीब 60 लाख रुपये कर्जा हो गया जिसके चलते वो परेशान रहने लगे।
प्रोफेसर पर पैसे लौटाने के लिए कर्जदार लगातार उन पर दबाव बना रहे थे। आए दिन उनके घर लोग भी आने लगे। परेशान आकर उन्होंने तीन दिन पहले जहरीला पदार्थ खा लिया था। इस दौरान उन्होंने परिजनों को कर्जदारों के उत्पीड़न के बारे में बताया।
बताते हुए ही उनकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन उन्हें आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मेरठ के अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, सोमवार को उनकी मौत हो गई। उनकी पत्नी का आरोप है कि कर्जदारों ने दबाव बनाया, जिसके चलते सुरेंद्र ने आत्महत्या की। इसलिए उन पर आत्महत्या में उकसाने की धारा में कार्रवाई होनी चाहिए।