

गाजियाबाद के ट्रांस हिंडन क्षेत्र में गुरुवार से गंगाजल की आपूर्ति बंद हो जाएगी। सिंचाई विभाग गंगनहर की सफाई करेगा, जिसके चलते दिवाली तक लोगों को केवल सुबह ही पानी मिलेगा।
कल से बंद होगी गंगाजल की सप्लाई
Ghaziabad: ट्रांस हिंडन क्षेत्र के लाखों निवासियों के लिए गुरुवार से बड़ी परेशानी शुरू होने जा रही है। सिंचाई विभाग द्वारा गंगनहर की वार्षिक सफाई कार्य शुरू किए जाने के चलते 2 अक्टूबर से गंगाजल की आपूर्ति रोक दी जाएगी। इस निर्णय का सीधा असर गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार और प्रताप विहार जल शोधन संयंत्रों पर पड़ेगा, जिन्हें पूरी तरह बंद रखना पड़ेगा। नतीजतन नगर निगम को अब पूरे ट्रांस हिंडन क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी उठानी होगी।
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि सफाई कार्य पूरा होने तक यानी दिवाली तक लोगों को केवल सुबह के समय ही पानी की सप्लाई मिल पाएगी। इस दौरान निगम भूजल और टैंकरों के जरिए व्यवस्था करने की कोशिश करेगा। इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा, कौशांबी, ब्रज विहार और डेल्टा कॉलोनियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में गंगाजल की नियमित आपूर्ति होती रही है, लेकिन अब इन इलाकों को भी भूजल और टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
कल से बंद होगी गंगाजल की सप्लाई
यह समस्या गाजियाबाद वासियों के लिए नई नहीं है। हर साल बरसात के बाद गंगनहर की सफाई के चलते गंगाजल की आपूर्ति रोक दी जाती है और लाखों लोग पानी की किल्लत झेलने को मजबूर होते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम और जल निगम के पास वर्षों से इस समस्या का स्थायी हल नहीं है।
वैशाली निवासी विनय शर्मा ने बताया कि "निगम जब भी गंगाजल सप्लाई बंद करता है, तब भूजल के जरिए पानी उपलब्ध कराता है। लेकिन इस पानी का टीडीएस स्तर बहुत खराब होता है, जिसके कारण पीना तो दूर, इसका इस्तेमाल भी मुश्किल हो जाता है।" वहीं इंदिरापुरम निवासी नीरू जैन का कहना है कि "हर साल यही स्थिति बनती है। मजबूरी में लोग बोतलबंद पानी खरीदते हैं। निगम की ओर से पहले से कोई पुख्ता तैयारी नहीं होती।"
इस संबंध में जलकल विभाग के महाप्रबंधक केपी आनंद ने जानकारी दी कि "निगम ने भूजल और टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था कर ली है। सभी प्रभावित क्षेत्रों में सुबह के समय पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने का प्रयास होगा।" हालांकि उन्होंने भी माना कि गंगाजल की जगह भूजल की आपूर्ति करना चुनौतीपूर्ण होगा।
ट्रांस हिंडन क्षेत्र की आबादी करीब 10 लाख के आसपास है। गंगाजल की सप्लाई रुकने का असर सीधे इन सभी लोगों पर पड़ेगा। खासकर कामकाजी परिवारों और बहुमंजिला सोसाइटियों में रहने वाले लोगों को सुबह के सीमित समय में पानी भरने की समस्या सबसे अधिक झेलनी पड़ेगी।
सिंचाई विभाग के अनुसार गंगनहर की सफाई प्रक्रिया दिवाली तक जारी रहेगी। इस बीच गंगाजल सप्लाई बहाल होने की संभावना नहीं है। यानी गाजियाबाद वासियों को आने वाले कई हफ्तों तक सुबह-सुबह पानी स्टोर करने और टैंकरों पर निर्भर रहने के लिए तैयार रहना होगा।
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