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जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की संदिग्ध मौत मामले में महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। मौत के समय कमरे में मौजूदगी, पत्नी की FIR और ब्लैकमेलिंग की चर्चाओं के बीच पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है।
महिला सिपाही का फाइल फोटो
Jalaun: इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत के मामले में जालौन पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। रविवार देर शाम पुलिस ने उन्हें उरई जेल में दाखिल करा दिया। कोर्ट ले जाने के दौरान मीनाक्षी ट्रैक सूट में थी और चेहरे पर रुमाल बांधकर पहुंची।
पुलिस ने महिला सिपाही को शनिवार से ही कस्टडी में ले रखा था और लगातार पूछताछ जारी थी। सूत्रों का कहना है कि मीनाक्षी कई सवालों के सटीक जवाब नहीं दे सकी, जिसके बाद जांच की दिशा और सख्त हो गई। रविवार दोपहर पुलिस टीम उन्हें प्राइवेट वाहन से मेडिकल जांच के लिए कुठौंद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई थी।
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मौत के समय कमरे में मौजूद थी मीनाक्षी
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इंस्पेक्टर अरुण की मौत के वक्त मीनाक्षी उसी कमरे में मौजूद थी। इसी आधार पर इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने उनके खिलाफ हत्या करने या करवाने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई। मृतक की पत्नी का कहना है कि उनके पति किसी दबाव में थे और कई दिनों से मानसिक तनाव में दिखाई दे रहे थे। उधर, पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगा। जांच में कई तरह के तथ्य सामने आए हैं, जिन्हें जांच टीम अलग-अलग एंगल से देख रही है।
आत्महत्या की ओर इशारा
शुरुआती जांच में यह संभावना सामने आई कि मामला आत्महत्या का हो सकता है। इंस्पेक्टर का शव कमरे में मच्छरदानी के अंदर मिला था और उनके पास से 9 एमएम पिस्टल बरामद हुई थी। गोली दीवार में धसी मिली, जो पास से फायर होने की ओर संकेत करती है। महिला सिपाही को कमरे में देखकर इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मारी होगी। जांच में यह भी सामने आया कि मीनाक्षी सिर्फ तीन मिनट के लिए थाने में आई और तुरंत चली गई। यह बात पुलिस के शक को और बढ़ाती है और इसी कारण उन्हें शनिवार देर रात हिरासत में लिया गया।
कैसे बढ़ी नजदीकियां? जुलाई 2024 से संपर्क में थे दोनों
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, इंस्पेक्टर अरुण और मीनाक्षी शर्मा जुलाई 2024 से संपर्क में थे, जब दोनों कोंच थाने में तैनात थे। इसी दौरान उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। बाद में दोनों का ट्रांसफर उरई और कुठौंद हुआ, लेकिन संपर्क बना रहा। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि मीनाक्षी अक्सर कुठौंद थाने पहुँचती थीं।
महंगा मोबाइल, 3 लाख का हार
सूत्रों की मानें तो मीनाक्षी आई-फोन का इस्तेमाल करती थी और हाल में उन्होंने लगभग 3 लाख रुपये का हार खरीदा था। विभाग में चर्चा है कि यह हार इंस्पेक्टर ने दिलवाया था। इसके अलावा पुलिस को मिले कुछ इनपुट बताते हैं कि मीनाक्षी के पास इंस्पेक्टर के कुछ निजी वीडियो थे, जिन्हें लेकर वह उन्हें दबाव में रखती थी। चर्चा यह भी है कि वह कथित रूप से 25 लाख रुपये मांग रही थी। हालांकि पुलिस इन दावों को अभी “अफवाह” की श्रेणी में रखकर वैज्ञानिक तरीके से जांच कर रही है।