

रिश्वतखोरी मामले में निलंबित IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत जैन पर ईडी ने लखनऊ, नोएडा और मेरठ में एकसाथ छापेमारी की। एसटीएफ पहले ही उसे गिरफ्तार कर चुकी है। अब मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच की जा रही है।
Lucknow: रिश्वतखोरी के गंभीर मामले में निलंबित किए गए आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत जैन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है। गुरुवार को ईडी की टीमों ने उत्तर प्रदेश के तीन शहरों- लखनऊ, मेरठ और नोएडा- में निकांत जैन के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।
ईडी की टीमों ने लखनऊ में गोमती नगर स्थित विशाल खंड इलाके में छापेमारी की। यह इलाका काफी पॉश माना जाता है और यहां निकांत जैन के कई ठिकाने बताए जा रहे हैं। ईडी अधिकारियों ने सुबह से ही पूरे इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया, जो देर शाम तक जारी रहा।
लखनऊ के अलावा ईडी की अलग-अलग टीमों ने मेरठ और नोएडा में भी छापे मारे। इन शहरों में भी निकांत जैन के फ्लैट्स, ऑफिस और संबंधित लोगों के आवासीय परिसरों को जांच के दायरे में लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, टीम को कई अहम दस्तावेज, डिजिटल डिवाइसेज़ और संदिग्ध लेन-देन के सुराग मिले हैं।
निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश और निकांत जैन
इस कार्रवाई के दौरान ईडी ने लखनऊ स्थित गोल्डन ब्लासम रिज़ॉर्ट के मालिक राजेंद्र सिंह के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। माना जा रहा है कि इस पूरे घोटाले में राजेंद्र सिंह की भी अहम भूमिका हो सकती है। ईडी यह पता लगाने में जुटी है कि क्या रिश्वत की रकम को इन रिसॉर्ट्स और प्रॉपर्टी के जरिए खपाया गया।
निकांत जैन का नाम सबसे पहले उस समय सामने आया जब आईएएस अभिषेक प्रकाश को रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित किया गया था। जांच में सामने आया कि निकांत जैन ही अभिषेक प्रकाश का ‘फिक्सर’ था और वह विभिन्न निवेशकों व कारोबारियों से रिश्वत की रकम लेकर आईएएस अधिकारी तक पहुंचाता था।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) पहले ही निकांत जैन को गिरफ्तार कर चुकी है और पूछताछ में उसके कई अहम खुलासे हुए हैं। अब ईडी यह पता लगाने में लगी है कि इस रिश्वतखोरी में मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हुई और काला धन किस रूप में खपाया गया।
ईडी की कार्रवाई अभी शुरुआती दौर में है। आने वाले दिनों में कई और बड़े नामों के खुलासे की संभावना जताई जा रही है। निकांत जैन के वित्तीय लेनदेन, प्रॉपर्टी और विदेशी खातों की भी जांच की जा रही है।सूत्रों की मानें तो ईडी जल्द ही अभिषेक प्रकाश से भी दोबारा पूछताछ कर सकती है, ताकि दोनों के बीच हुई लेन-देन की कड़ियों को जोड़ा जा सके।