

पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के एक शादीशुदा युवक के बीती रात पेट्रोल छिड़क बुरी तरह घायल होने के मामले में, ग्राऊंड जीरो से बड़ा खुलासा हुआ है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर
पीड़ित के परिजन
महराजगंज: महराजगंज जनपद के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीती रात संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक के पेट्रोल से जलने का मामला सामने आया। घटना में तरह-तरह के आरोपों के बीच डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने ग्राऊंड जीरो से सच्चाई को जानने का प्रयास किया, जिसमे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुरंदरपुर थाना के ग्राम पंचायत मदरहा ककटही टोला सुलतापुर निवासी असलम पुत्र स्वर्गीय मोहम्मद समी के बीती रात संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति के घर पेट्रोल से जलकर बुरी तरह घायल होने का मामला सामने आया। जानकारी के अनुसार, युवक शादी शुदा है और इसके दो बच्चे भी हैं। घटना के बाद युवक को बनकटी CHC ले जाया गया, जहां से उसे डॉक्टरों ने बीआरडी गोरखपुरऔर फिर लखनऊ रेफर कर दिया। जहां वो जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। बता दें कि इस मामले में युवक के परिजनों ने दूसरे पक्ष गंभीर आरोप लगाए हैं। जबकि दूसरा पक्ष कुछ और ही बात बता रहा है।
असलम के परिजनों का बयान
दरअसल, आग से झुलसे युवक के परिजनों ने दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवक के चाचा नसीर अहमद ने आरोप लगाया कि कल रात दस बजे असलम को फोन पर दूसरे पक्ष ने अपने घर बुलाया और उसे पकड़कर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। सुबह जब उन्हें बनकटी से फोन आया तब घटना की जानकारी हुई। नसीर अहमद ने आरोप लगाया है कि आज सुबह 9 बजे ही स्थानीय थाने पर तहरीर दी गई थी, लेकिन अभी तक पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की है, न ही आरोपितो पर मुकदमा दर्ज किया है।
दो बेटों की पहले ही हो चुकी है मौत
वहीं असलम की मां ने रोते हुए बताया कि उनके दो बेटों की पहले ही सड़क हादसे में मृत्यु हो चुकी है। असलम अब उनका इकलौता लड़का बचा था। घटना के बाद असलम की मां का रो-रोकर बुरा हाल हैं।
जानिए क्या बोला दूसरा पक्ष
दूसरी तरफ, इस मामले में आरोपित दूसरे पक्ष ने बताया कि घटना की रात युवक उनके घर आया था और उनकी लड़की के कमरे में घुसकर उस पर साथ चलने का दबाव बना रहा था। जब उनकी लड़की ने मना किया तो युवक ने साथ में गैलन में लाये पेट्रोल को अपने उपर छिड़क खुद आग लगा लिया। दूसरे पक्ष ने बताया की उन्होंने घटना के बाद खुद पुलिस को इसकी सूचना दी और एंबुलेंस बुलाकर उसे बनकटी अस्पताल इलाज के लिए ले गए। दूसरे पक्ष ने अन्य आरोपों को झूठा बताया है।
फिलहाल, मामले में सबसे बड़ा सवाल ये है की इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस ने अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। सच्चाई कुछ भी हो वो तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।