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गाजियाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने फेसबुक पर दोस्ती कर शेयर बाजार और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य सुमित जिंदल को गिरफ्तार किया है। गिरोह ने देशभर में 6.82 करोड़ रुपये की ठगी की है।
करोड़ों की ठगी करने वाले नेशनल गैंग का पर्दाफाश
Ghaziabad News: शेयर बाजार और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का सपना दिखाकर करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ गाजियाबाद साइबर क्राइम थाना पुलिस ने किया है। इस मामले में पुलिस ने गिरोह के एक सक्रिय सदस्य सुमित जिंदल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसकी महिला साथी समेत तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं। पूछताछ में देशभर में 6.82 करोड़ रुपये की ठगी के खुलासे से हड़कंप मच गया है।
कैसे देते थे ठगी को अंजाम?
साइबर ठगों का यह गिरोह पहले सोशल मीडिया (मुख्यतः फेसबुक) पर महिलाओं की फर्जी प्रोफाइल बनाता था। फिर युवकों से दोस्ती कर क्रिप्टोकरेंसी या शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर उन्हें झांसे में लिया जाता। गिरोह के सदस्य पीड़ित को एक फर्जी ट्रेडिंग एप डाउनलोड कराते और धीरे-धीरे उनसे लाखों रुपये ठग लेते।
इंदिरापुरम निवासी से 1.82 करोड़ की ठगी
पीड़ित अंकित रस्तोगी ने बताया कि 26 फरवरी को किरन मेहता नाम की युवती ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। बातचीत बढ़ने के बाद युवती ने उसे निवेश का झांसा देकर एक एप डाउनलोड कराया। इसके बाद 7 मार्च से 10 जुलाई तक 15 बार में कुल 1.82 करोड़ रुपये आरोपी के बताए गए खातों में ट्रांसफर कराए गए। जब उसे मुनाफा नहीं मिला और संपर्क टूट गया, तब उसे ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने 18 जुलाई को साइबर क्राइम थाना में केस दर्ज कराया।
ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
जांच के दौरान पुलिस को जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई। उनमें से एक रोहिणी (दिल्ली) में रहने वाले सुमित जिंदल का निकला। पुलिस ने उसकी धरपकड़ की और रविवार को विजयनगर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुमित ने स्वीकार किया कि वह गिरोह को 10% कमीशन पर बैंक खाते उपलब्ध कराता है और खुद भी धोखाधड़ी में शामिल है। पुलिस का कहना है कि गिरोह में शामिल एक महिला और दो अन्य पुरुष फरार हैं। पुलिस का कहना है कि सभी की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्य भी गिरफ्त में होंगे।
पुलिस को क्या-क्या मिला?
सुमित के खाते में 25 लाख रुपये फ्रीज किए
6 लाख रुपये नकद बरामद
एक मोबाइल
4 डेबिट कार्ड
2 चेकबुक
5 चेक
2 मुहरें
एसपी सिटी बोले: "बैंक खाता सुमित के नाम पर था, जिससे मिला सुराग"
साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि जिस खाते में सबसे अधिक रकम गई थी, वह सुमित जिंदल के नाम पर खोला गया था। वह भी एक फर्जी फर्म के नाम पर। उसी बैंक खाते के जरिए आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस की दो टीमें अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं।
पुलिस की अपील