आजमगढ़ त्रस्त और अफसर मस्त: सपना चौधरी के गाने पर सीएमओ साहब ने लगाए ठुमके, लाल साड़ी में सरकारी महिला डॉक्टरों ने…

वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गाने पर थिरकते हुए पार्टी का आनंद ले रहे थे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 8 June 2025, 5:01 PM IST
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आजमगढ़: जिले के स्वास्थ्य विभाग में जहां एक ओर मरीजों को दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की समस्याएं भी उजागर हो रही हैं, लेकिन इन सबके बीच एक और घटना ने जिले में सुर्खियां बटोरी हैं। यह घटना जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अशोक कुमार की शादी की 29वीं वर्षगांठ से जुड़ी हुई है। इस दिन सीएमओ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ शहर के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में सपना चौधरी के गाने पर डांस करते हुए नजर आए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, बीते 6 जून को सीएमओ अशोक कुमार की शादी की 29वीं वर्षगांठ थी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक शानदार पार्टी का आयोजन किया। इस पार्टी में सीएमओ के साथ एडिशनल सीएमओ अरविंद चौधरी, एडिशनल सीएमएस उमा शरण पांडे, वरिष्ठ सहायक संजय श्रीवास्तव, सुनीता वर्मा, शाहिद और कई अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे। कार्यक्रम में सभी लोग डीजे की धुन पर सपना चौधरी के गाने "तेरी आंखों का यह काजल" पर जमकर डांस करते नजर आए। इस मौके पर बड़ी संख्या में महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गाने पर थिरकते हुए पार्टी का आनंद ले रहे थे। हालांकि, जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस वीडियो पर चुप्पी साधे हुए हैं और इस पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।

स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली

इस बीच आजमगढ़ जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। जिले में दवाइयों की कमी, अवैध अस्पतालों का संचालन और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में लापरवाही की खबरें आम हो चुकी हैं। कई अस्पताल और नर्सिंग होम अवैध तरीके से चल रहे हैं। जिनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समय-समय पर छापेमारी और कार्रवाई करने का दावा करते हैं। लेकिन इन कार्रवाइयों के बावजूद कई अवैध अस्पतालों और नर्सिंग होम पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

खुलेआम नियमों की अवहेलना

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो रोज़ाना इन अस्पतालों पर छापेमारी की जाती है, लेकिन इन अस्पतालों से शुल्क प्राप्त करने के बाद उन्हें फिर से मुक्त कर दिया जाता है। यही कारण है कि इन अस्पताल संचालकों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कोई डर नहीं है और वे खुलेआम नियमों की अवहेलना कर रहे हैं।

जनता का सवाल

सीएमओ के डांस वीडियो के वायरल होने के बाद आम जनता और सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। क्या ऐसे अधिकारियों को पद पर बने रहने का हक है, जो अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह और गंभीर समस्याओं से अनजान हैं? यह घटना स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली का जीता-जागता उदाहरण बन चुकी है। स्वास्थ्य विभाग में जहां लोगों को इलाज, दवाइयां और अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। वहीं इसके शीर्ष अधिकारी पार्टी करने में व्यस्त हैं। जिले के लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने का कोई मतलब है, जो अपनी प्राथमिकताओं को सही तरीके से नहीं समझ पा रहे हैं?

कई अवैध अस्पतालों की मनमानी

आजमगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति इस कदर बिगड़ी हुई है कि कई अवैध अस्पताल और नर्सिंग होम खुलेआम संचालित हो रहे हैं। ये अस्पताल और नर्सिंग होम विभाग की नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मरीजों से पैसे वसूलते हैं। विभाग द्वारा दी गई धमकियों के बावजूद यह अवैध अस्पताल बिना किसी डर के काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि इन अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई केवल दिखावे के लिए होती है। छापेमारी के बाद, इन अस्पतालों से शुल्क लिया जाता है और फिर उन्हें बिना किसी सख्त कार्रवाई के छोड़ दिया जाता है। यही कारण है कि इन अस्पताल संचालकों के मन में विभाग का कोई डर नहीं है।

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