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Chandauli News: दुलहीपुर में गंदे पानी से बेहाल ग्रामीण, शिकायतों के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद के दुलहीपुर गांव में जाम नाला बना ग्रामीणों के लिए मुसीबत, गंदे पानी से सड़कों पर फैल रहा संक्रमण का खतरा।
Post Published By: सौम्या सिंह
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Chandauli News: दुलहीपुर में गंदे पानी से बेहाल ग्रामीण, शिकायतों के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

Chandauli: नियमताबाद ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले दुलहीपुर गांव में नालियों की सफाई न होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव के भीतरी बाजार में गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे न केवल दुर्गंध फैली है बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि कई घरों में नाली का पानी घुस चुका है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।

गंदगी और बदबू की समस्या, फैला संक्रमण का खतरा

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार सफाईकर्मियों और विकास खंड के अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि सफाईकर्मी महीनों से गांव में नजर नहीं आए हैं। इस कारण पूरे इलाके में गंदगी और बदबू का माहौल बना हुआ है।

गलियों में बह रहा गंदा पानी, ग्रामीण परेशान

दुलहीपुर के ग्राम प्रधान आनंद गुप्ता ने बताया कि यह समस्या केवल उनके गांव की नहीं है, बल्कि महाबलपुर गांव से भी जुड़ी हुई है। दुलहीपुर का गंदा पानी महाबलपुर तालाब से होते हुए नाला नंबर 48 में जाकर गिरता है। लेकिन महाबलपुर गांव के ग्राम प्रधान ने बजट की कमी का हवाला देते हुए तालाब और नाले की सफाई नहीं करवाई है। इसका खामियाजा दुलहीपुर के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।

समस्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

नालियों की सफाई ठप, सड़कें बनीं बीमारी का रास्ता

स्थानीय निवासी महेंद्र गुप्ता ने बताया कि गंदे पानी से उठने वाली बदबू से गांववासियों का जीना मुहाल हो गया है। मच्छरों की भरमार से डेंगू, मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों का खतरा मंडरा रहा है। वहीं बारिश के दौरान गंदे पानी के सड़क पर फैल जाने से कई लोग फिसलकर घायल हो चुके हैं। खासतौर से रात में दोपहिया वाहन चालकों, बच्चों और बुजुर्गों को बड़ी परेशानी होती है।

गांव के कई हिस्सों में सड़कें नाले में तब्दील

गांव के कई हिस्सों में सड़कें नाले में तब्दील हो गई हैं। पानी की निकासी न होने से रास्तों में कीचड़ और फिसलन बनी रहती है। दुकानदारों और राहगीरों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, उनका कहना है कि, मच्छरों की भरमार से डेंगू, मलेरिया जैसे संक्रामक रोगों का खतरा मंडरा रहा है इतना ही नहीं, दुकानों पर ग्राहकों का आवाजाही भी कम हो गया है।

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