बाराबंकी: ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज की ओर से रामनगर विधानसभा के ग्राम रामपुर कटरा में एक महत्वपूर्ण चौपाल का आयोजन किया गया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ज़बीर राईन ने की, ग्रामीण स्तर पर समाज के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार जागरूकता फैलाई जा रही है।
प्रस्तावित वक़्फ संशोधन विधेयक
इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहे। उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक़्फ संशोधन विधेयक पर गहन चर्चा करते हुए उपस्थितजनों को इसके महत्व और लाभों से अवगत कराया।
वसीम राईन ने कहा कि यह विधेयक वक़्फ संपत्तियों की पारदर्शिता, जवाबदेही और संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने बताया कि वर्षों से पसमान्दा समाज को जिन अधिकारों से वंचित रखा गया, अब उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। यह विधेयक न केवल वक़्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर अंकुश लगाएगा, बल्कि उनके समुचित विकास और उपयोग को भी सुनिश्चित करेगा। उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि वे झूठी अफवाहों और भ्रम फैलाने वाले तत्वों से सचेत रहें।
समाज को गुमराह करने की कोशिशें
वक़्फ संपत्तियों को लेकर समाज को गुमराह करने की कोशिशें लंबे समय से होती रही हैं, लेकिन अब समय है कि पसमान्दा समाज अपने हक़ और अधिकारों के प्रति सजग हो और संगठन के साथ एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करे। संगठन के जिला उपाध्यक्ष हाजी नुरुल हसन अंसारी ने अपने भाषण में कहा कि यह चौपाल केवल चर्चा का मंच नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने और संगठित करने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि वसीम राईन का उद्देश्य है कि समाज के वंचित वर्गों को उनके संवैधानिक अधिकार दिलाए जाएं और उनकी भागीदारी शासन-प्रशासन में सुनिश्चित की जाए।
पहल की सराहना
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, युवा, महिलाएं और बुद्धिजीवी वर्ग उपस्थित रहा। लोगों ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की मांग की। अंत में सामूहिक संकल्प लिया गया कि समाज के हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर एकजुट होकर काम किया जाएगा और संगठन की मजबूती ही पसमान्दा समाज की ताकत बनेगी।इस अवसर पर कारी मक़बूल साहब,निसार राईन, सईद राईन, मीडिया प्रभारी रिजवान राईन, नूरुद्दीन अंसारी, पूर्व डी डी सी इस्राइल अंसारी, मुह्यद्दीन अंसारी, हाफिज मो असलम,मो सदाब, अली जान राईन, नईम आरफ़ी, मुबारक राईन आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।