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बदायूं में ट्रैफिक कांस्टेबल बना मसीहा, हार्ट अटैक से बेहोश चालक की बचाई जान

बदायूं के इंद्राचौक चौराहे पर उस समय मानो जिंदगी और मौत के बीच जंग छिड़ गई, जब एक पिकअप चालक बेहोश होकर गाड़ी में गिर पड़ा। मौके पर मौजूद यातायात कांस्टेबल प्रभात श्रीवास्तव ने अपनी सूझबूझ और तत्परता से चालक को सीपीआर देकर उसकी जान बचा ली। बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उसकी हालत स्थिर है।
Post Published By: Mayank Tawer
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बदायूं में ट्रैफिक कांस्टेबल बना मसीहा, हार्ट अटैक से बेहोश चालक की बचाई जान

Budaun: बदायूं शहर में यातायात पुलिसकर्मी की त्वरित कार्रवाई ने एक व्यक्ति की जान बचा ली। यह घटना मंगलवार को इंद्राचौक चौराहे की है, जहां ड्यूटी पर तैनात यातायात कांस्टेबल प्रभात श्रीवास्तव ने अपनी मानवता और पेशेवर जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया।

जानकारी के अनुसार, दोपहर के समय इंद्राचौक चौराहे पर एक पिकअप गाड़ी अचानक बीच सड़क पर आकर रुक गई, जिससे वहां पर जाम की स्थिति बन गई। राहगीर यह समझ नहीं पा रहे थे कि चालक ने वाहन क्यों रोक दिया। इस बीच ड्यूटी पर मौजूद कांस्टेबल प्रभात श्रीवास्तव ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए ट्रैफिक को नियंत्रित किया और जब वह वाहन के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि चालक बेहोश पड़ा है और उसके मुंह से झाग निकल रहे हैं।

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स्थिति को गंभीर समझते हुए कांस्टेबल प्रभात ने बिना किसी देरी के तुरंत गाड़ी का दरवाज़ा खोला और चालक को बाहर निकालकर सीपीआर (Cardio Pulmonary Resuscitation) देना शुरू किया। उसी दौरान आसपास मौजूद लोगों की मदद से उन्होंने एंबुलेंस की व्यवस्था की और चालक को जिला अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बताया कि चालक को हार्ट अटैक आया था, लेकिन समय पर सीपीआर और तत्काल चिकित्सा मिलने के कारण उसकी जान बच गई। इलाज के बाद मरीज को होश आ गया और अब वह पूरी तरह सुरक्षित है। चालक की पहचान अमन कुमार पुत्र विजय कुमार निवासी विकास भवन, बदायूं के रूप में हुई है।

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जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि अगर कुछ मिनट की देरी हो जाती तो मरीज की जान बचाना मुश्किल हो सकता था। डॉक्टर ने कहा, “पुलिस कांस्टेबल प्रभात श्रीवास्तव की तत्परता और सही समय पर दिए गए सीपीआर के कारण ही अमन की जान बच सकी।” इलाज के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही बदायूं पुलिस विभाग और स्थानीय लोगों ने कांस्टेबल प्रभात श्रीवास्तव की सराहना की। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि प्रभात की त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक व्यक्ति की जान बचाई बल्कि पुलिस की मानवता और सेवा भावना की भी मिसाल पेश की।

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