

पिछले दिनों एक कथावाचक के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया था, अब इस पर राजनीति छिड़ गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पीड़ित कथावाचकों का हुआ सम्मान
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय में इटावा के पीड़ित कथावाचकों का सम्मान किया। यह सम्मान समारोह उन कथावाचकों के लिए था जो हाल ही में एक विवाद या घटना के चलते पीड़ित हुए थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी ने न केवल उनका हौसला बढ़ाया, बल्कि वित्तीय सहायता देकर मानवीय संवेदनाओं का परिचय भी दिया।
21-21 हजार की मदद तत्काल दी गई
समारोह में अखिलेश यादव ने प्रत्येक कथावाचक को 21-21 हजार रुपये की तत्काल धनराशि भेंट की। यह राशि समाजवादी पार्टी की ओर से उन्हें दी गई, ताकि उनके परिवार की आर्थिक सहायता की जा सके और वे अपने धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यों को फिर से शुरू कर सकें।
पार्टी की तरफ से 51-51 हजार की और मदद का ऐलान
सम्मान समारोह के दौरान अखिलेश यादव ने यह भी घोषणा की कि समाजवादी पार्टी प्रत्येक पीड़ित कथावाचक को 51-51 हजार रुपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देगी। यह सहायता जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि "धर्म और संस्कृति से जुड़े लोगों को सम्मान देना हमारा कर्तव्य है।
पार्टी नेताओं ने भी दी निजी सहायता
सिर्फ पार्टी की ओर से ही नहीं, बल्कि सपा कार्यालय में मौजूद विधायकों, पूर्व सांसदों और वरिष्ठ नेताओं ने भी अपनी ओर से कथावाचकों को सहायता प्रदान की। कई नेताओं ने नकद सहायता दी और आश्वासन दिया कि भविष्य में भी जरूरत पड़ी तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
कथावाचकों ने जताया आभार
सम्मान समारोह में मौजूद पीड़ित कथावाचकों ने समाजवादी पार्टी और विशेष रूप से अखिलेश यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि मुश्किल समय में सपा ने उन्हें जो सम्मान और सहायता दी है, वह उन्हें नया संबल और आत्मबल दे रही है।
धर्म-संस्कृति को राजनीति से ऊपर मानते हैं
इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा हम समाजवाद की उस परंपरा में विश्वास करते हैं, जहां धर्म और संस्कृति को राजनीति से ऊपर रखा जाता है। हमारी पार्टी हर उस व्यक्ति के साथ खड़ी है जो सत्य और धर्म के मार्ग पर चलता है।