Site icon Hindi Dynamite News

गोरखपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: ए.के. 47 गैंग के तीन और सदस्य गिरफ्तार, कुल 21 सलाखों के पीछे

गोरखपुर में पीपीगंज पुलिस ने ए.के. 47 गैंग के तीन और सक्रिय सदस्य गिरफ्तार किए। ये कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौतम सिंह के निर्देश पर की गई। 27 अक्टूबर को अकटहवा पुल पर हुए हिंसक झगड़े के बाद पुलिस ने गैंग के सदस्यों की धरपकड़ तेज कर दी थी।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
Published:
गोरखपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: ए.के. 47 गैंग के तीन और सदस्य गिरफ्तार, कुल 21 सलाखों के पीछे

Gorakhpur: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौतम सिंह के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पीपीगंज पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने ए.के. 47 नामक कुख्यात गैंग के तीन सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवददाता के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में सनी कन्नौजिया पुत्र बैजनाथ निवासी ग्राम डोमरा थाना पनियरा जनपद महराजगंज, बालकिशुन पुत्र लवकुश निवासी ग्राम बलुआ थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर और सचिन यादव पुत्र सुबास यादव निवासी ग्राम मोहद्दीनपुर थाना पनियरा जनपद महराजगंज शामिल हैं। पुलिस ने तीनों को मंगलवार सुबह करीब 10.50 बजे रोहिणी नदी के बंधे पर अकटहवा गांव के आगे से दबोच लिया।

पुलिस की इस टीम ने की कार्रवाई

थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक अजीत यादव, कांस्टेबल आकाश यादव और उमेश यादव की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। यह गिरफ्तारी थाना पीपीगंज में पंजीकृत मुकदमा संख्या 385/2025 धारा 191(2), 191(3), 190, 115(2), 352, 351(3), 125, 109 बीएनएस व 7 सी.एल.ए. एक्ट के तहत की गई है। विवेचना उपनिरीक्षक अजीत कुमार यादव के नेतृत्व में जारी है।

Amanjot Kaur Story: भारत की बेटियां अब दुनिया की रानी, लेकिन जीत के पीछे छिपी अमनजोत कौर की ये भावनात्मक कहानी

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि 27 अक्तूबर 2025 को अकटहवा पुल पर डोमरा (अकटहवा) और नरकटहा गांव के दो गुटों में भारी बवाल हुआ था। दोनों पक्षों ने लाठी-डंडा, ईंट-पत्थर से एक-दूसरे पर हमला कर दिया था। देखते ही देखते पूरा इलाका रणभूमि में तब्दील हो गया। आसपास के लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, दुकानदारों ने दुकानें बंद कर लीं और ठेला-खोमचे वाले ठेले लेकर भाग खड़े हुए। मौके पर जूते-चप्पल और ईंट-पत्थर बिखरे पड़े मिले थे।

यूपी सरकार का बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 15 संयुक्त सचिव अफसरों के तबादले, देखें पूरी लिस्ट

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह हिंसा “ए.के. 47 गैंग” के इशारे पर की गई थी, जिसने इलाके में वर्चस्व कायम करने के लिए विरोधी पक्ष पर हमला किया था। अभियुक्तों ने पीपीगंज क्षेत्र से पनियरा (महराजगंज) की ओर भागते हुए पुल पार कर हवाई फायरिंग भी की थी, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।

पूछताछ में हुआ खुलासा

थानाध्यक्ष पीपीगंज ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है। अब तक इस गैंग के कुल 21 सदस्य गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस ने कहा कि क्षेत्र में किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस कार्रवाई के लिए टीम को सराहना पत्र देने की घोषणा की है।

Exit mobile version