मेरठ में 10 अस्पताल और 31 डॉक्टरों पर लटकी तलवार, सीएमओ ने दिए जांच के आदेश, जानें क्यों

मेरठ के सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने जानकारी दी कि जुलाई में 31 अवैध अस्पतालों, पैथ लैब्स और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें से 26 को नोटिस दिए गए, 4 को निलंबित किया गया और 3 झोलाछाप डॉक्टरों पर एफआईआर भी दर्ज की गई है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 14 August 2025, 6:52 PM IST
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Meerut: मेरठ में स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ती अनियमितताओं और शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अशोक कटारिया ने जुलाई महीने में कुल 31 झोलाछाप डॉक्टरों, अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल्स, पैथ लैब्स और अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर सख्त कार्रवाई की है। इन मामलों में सीएमओ ने शिकायतों का संज्ञान लेते हुए कई अस्पतालों और सेंटरों पर कार्रवाई की। जिसमें कुछ डॉक्टरों और अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।

सख्त कदम उठाए गए

सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने बताया कि पिछले महीने जुलाई में कुल 31 ऐसी संस्थाएं और डॉक्टर जांच के दायरे में आए, जो अवैध रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे थे। इनपर अलग-अलग प्रकार की कार्रवाई की गई, जिनमें से 26 को नोटिस दिए गए थे और 4 को निलंबित भी किया गया। वहीं, तीन झोलाछाप डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

सीएमओ का कहना है कि यह कदम बढ़ती स्वास्थ्य शिकायतों और अवैध प्रैक्टिस को रोकने के लिए उठाया गया है। जिससे नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि मरीजों को गुणवत्ता से समझौता किए बिना उचित चिकित्सा सेवाएं मिलें और जिन संस्थानों पर अनियमितताएं सामने आई हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

इन अस्पतालों पर हुई कार्रवाई

  1. अंजनी हॉस्पिटल
  2. सुधा हॉस्पिटल
  3. सरस्वती हॉस्पिटल
  4. महर्षि हॉस्पिटल
  5. मेडविन हॉस्पिटल
  6. डीएएनएस हॉस्पिटल
  7. इमरती देवी हॉस्पिटल
  8. हयात हॉस्पिटल
  9. महामृत्युजय हॉस्पिटल
  10. नेशनल हॉस्पिटल

इन डॉक्टरों पर हुई कार्रवाई

  1. झोलाछाप डॉ. दानिश (शिफा चैरिटेबल ट्रस्ट)
  2. हकीम रज्जू पहलवान
  3. डॉ. तनवीर
  4. डॉ. विपिन कुमार
  5. हाजी अब्दुल रहीम
  6. जयपाल सिंह वर्मा
  7. धर्मेंद्र वेदपाल
  8. नौद लिसाड़ी
  9. फैज पुर्वा महावीर
  10. विनोद कुमार
  11. एमडी अहमद
  12. राशिद मलिक
  13. डॉ. कैलाश परतापुर
  14. डॉ. फैज क्लिनिक, मेरठ

तीन झोलाछाप डॉक्टरों पर एफआईआर

सीएमओ ने यह भी बताया कि तीन झोलाछाप डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज की गई है, क्योंकि ये बिना लाइसेंस के डॉक्टरों के रूप में काम कर रहे थे। उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह कदम ऐसे लोगों के खिलाफ उठाया गया है जो मरीजों की जिंदगी के साथ खेलते हैं और अवैध तरीके से उनका शोषण करते हैं।

सीएमओ का बयान

डॉ. अशोक कटारिया ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से अपील की है कि वे मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करने में मदद करें और किसी भी अवैध गतिविधि को नजरअंदाज न करें। उन्होंने कहा, "हम किसी भी संस्थान को जो नियमों का उल्लंघन करता है, बख्शने वाले नहीं हैं। स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर सुधारने के लिए हम निरंतर कदम उठा रहे हैं।"

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