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दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे युवक पर निचलौल में जानलेवा हमला, न्याय के लिए दर-दर भटक परिवार

महराजगंज में दिल्ली से आए युवक पर जानलेवा हमला किया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे युवक पर निचलौल में जानलेवा हमला, न्याय के लिए दर-दर भटक परिवार

महराजगंज: निचलौल थाना क्षेत्र के लोहिया नगर निवासी गुलशन, जो दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी कर रहा था, बीते 30 अप्रैल को अपने गृह जनपद में जानलेवा हमले का शिकार हो गया। अब तक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लेकर बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गुलशन की मां मंजू देवी ने अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर बताया कि घटना के एक माह बीत जाने के बावजूद नामजद नौ आरोपियों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है। पीड़िता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मामले को जानबूझकर दबाया जा रहा है।

ये है पूरा मामला

गुलशन 29 अप्रैल को दिल्ली से अपने घर आया था और 30 अप्रैल की रात किसी मित्र के यहां भोजन के लिए निकला था। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने उसे कॉल किया, तो जवाब में किसी अन्य व्यक्ति ने बताया कि गुलशन की सड़क दुर्घटना हो गई है। परिजन जब मौके पर पहुंचे, तो उसे गंभीर हालत में सीएचसी निचलौल ले जाया गया। वहां से उसे महराजगंज जिला अस्पताल और फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया।

लगभग 18 दिन तक अस्पताल में बेहोश रहने के बाद जब गुलशन को होश आया, तो उसने बताया कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि निचलौल कस्बे के 9 दबंगों ने उस पर हमला किया था। इसके बाद मंजू देवी ने थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।

मुख्य आरोपी का पक्ष

मुख्य आरोपी जय सिंह यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गुलशन के परिवार द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

जनता में आक्रोश

घटना के बाद पूरे क्षेत्र में नाराजगी है। लोग मांग कर रहे हैं कि गुलशन को न्याय दिलाया जाए और पुलिस द्वारा की जा रही ढिलाई पर सख्त कार्रवाई हो।

अब निगाहें पुलिस प्रशासन पर

पीड़ित परिवार को अब जिला प्रशासन और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से न्याय की उम्मीद है। देखना होगा कि पुलिस जांच को आगे बढ़ाकर आरोपियों पर कार्रवाई करती है या मामला यूं ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।

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