हिंदी
जिले के मऊगर्वी गाँव के रहने वाले युवक शुभम की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लापरवाही और खामोशी का खौफनाक खेल
Raebareli: जिले के मऊगर्वी गाँव के रहने वाले युवक शुभम की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
19 अक्टूबर को जहर खुरानी का शिकार हुए शुभम को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे गंभीर हालत में भर्ती किया गया था और अस्पताल प्रशासन द्वारा 10 दिनों तक इलाज किया गया।
29 अक्टूबर को इलाज के दौरान युवक शुभम की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने इस दौरान उन्हें कोई सूचना नहीं दी। युवक की मौत के बाद उन्हें केवल जानकारी दी गई कि उनका बेटा अस्पताल में निधन हो गया है।
परिजनों ने सवाल उठाया कि अस्पताल प्रशासन को युवक का नाम और पता पहले से पता था, तो फिर इलाज के दौरान या मृत्यु से पहले सूचना क्यों नहीं दी गई। इस परिजनों ने गंभीर लापरवाही और प्रशासनिक अनदेखी का आरोप लगाया।
युवक की मौत के बाद जब शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया, तो परिजनों से 200 रुपये की वसूली भी की गई। इस मामले ने स्वास्थ्य सेवाओं और अस्पताल प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शुभम के परिजनों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को शिकायती पत्र देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की उम्मीद जताई।
रायबरेली में दिवाली पर टूटा शराब बिक्री का रिकॉर्ड, छह दिन में गटक गण 6.71 करोड़ की मदिरा
मऊगर्वी गाँव के इस युवक की मौत ने जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और अस्पताल प्रशासन की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन और स्थानीय लोग चाहते हैं कि अस्पताल में लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ।