कोरोना की सुपारी.. गणेश जी ने ली, पता है कैसे?: Opinion on Coronavirus
किसी भी कार्य को आरम्भ करने से पूर्व उसके निर्विघ्न सम्पन्न होने की कामना के लिए गणेश जी को सबसे पहले मनाया जाता है। बचपन में जब मां किसी भी पर्व, उत्सव, तीज-त्यौहार पर अवसरानुकूल व्रत-उपवास से जुड़ी कथा सुनाती थी, तब विनायक जी की स्तुति अथवा कथा अनिवार्य रूप से कहती थी। आज भी हिन्दू धर्म में अनिवार्य नियम के तहत ऐसा किया जाता है। किवदंती कहूं या परम्परा, मान्यता अथवा विश्वास, लेकिन यह धारणा अटल है कि गणेश जी को सबसे पहले मना लीजिए, उनके माध्यम से समस्त देवी-देवताओं को मनाया जा सकता है।