खुलासा नहीं होता तो मेरठ में हो जाता “निठारी कांड” जैसा नरसंहार, पढ़ें 22 वर्षीय राक्षस की कहानी
असद ने कहा, “वो मना कर रहा था, छटपटा रहा था, लेकिन मुझे उसमें मजा आ रहा था।” उसकी बातों में न कोई पछतावा था, न ही किसी तरह की शर्मिंदगी। इसके बाद भी असद की हवस शांत नहीं हुई।