अलगाववादी नेता यासीन मलिक को शिफ्ट किया गया तिहाड़ जेल, एनआईए करेगी पूछताछ

जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों और आतंकवादी समूहों को आर्थिक मदद देने से जुड़े एक मामले के संबंध में एनआईए द्वारा प्रोडक्शन रिमांड हासिल कर लेने के बाद मलिक को तिहाड़ जेल लाया गया है। जहां एनआईए उससे पूछताछ करेगी।

Updated : 10 April 2019, 1:01 PM IST
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नई दिल्‍ली: जम्मू कश्मीर लिबेरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के कर्ताधर्ता यासीन मलिक को दिल्ली की तिहाड़ जेल में लाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अलगाववादी नेताओं और आतंकी संगठनों को धन मुहैया कराने के मामले में यासीन मलिक के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट हासिल कर लिया है। अब जांच एजेंसी उससे दिल्ली लाकर पूछताछ कर सकेंगी।

मलिक को पिछले माह गिरफ्तार कर जम्‍मू की कोट बलवाल जेल भेज दिया गया था। एनआईए मालिक से उसके संगठन की फंडिंग को लेकर उनसे सवाल-जवाब करेगी। जेकेएलएफ को हाल में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत प्रतिबंधित किया गया था।

अपहरण और हत्‍या का आरोप

गौरतलब है कि जम्‍मू कश्‍मीर हाईकोर्ट ने तीन दशक पूराने मामले को फिर से खोलने की सीबीआई की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इन मामलों में यासीन मलिक एक आरोपी हैं। उन पर तत्‍कालीन केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद का 1989 में अपहरण करने और 1990 के शुरुआत में भारतीय वायुसेना के चार कर्मचारियों की हत्या में कथित तौर पर शामिल होने का आरोप है।

Published : 
  • 10 April 2019, 1:01 PM IST

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