चिकित्सकों के खिलाफ महिला विधायक की टिप्पणी से केरल में विवाद छिड़ा, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की एक महिला विधायक केरल में पलक्कड़ जिले के एक सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी करने के कारण मुश्किल में फंस गई हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

महिला विधायक के. शांताकुमारी
महिला विधायक के. शांताकुमारी


पलक्कड़: सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की एक महिला विधायक केरल में पलक्कड़ जिले के एक सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणी करने के कारण मुश्किल में फंस गई हैं।

महिला विधायक के. शांताकुमारी का आरोप है कि बुखार से पीड़ित उनके पति पर बृहस्पतिवार की रात सरकारी जिला अस्पताल के ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने ‘‘कम ध्यान’’ दिया और उनसे कथित तौर पर अशिष्ट तरीके से बात की।

कोंगडु से विधायक ने कोल्लम जिले के एक तालुका अस्पताल में एक मरीज द्वारा एक महिला चिकित्सक की हाल में जघन्य हत्या की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘वे (चिकित्सक) अपने रवैये के कारण इस तरह की चीजों का सामना कर रहे हैं।’’

इस बीच जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा कि महिला चिकित्सक की हत्या से स्वास्थ्यकर्मियों का पूरा समुदाय टूट गया है और वे जनप्रतिनिधियों की इस तरह की असंवेदनशील टिप्पणी से आहत हुए हैं।

उन्होंने कहा कि विधायक के कथित असंवेदनशील व्यवहार के खिलाफ वे पहले ही अपने उच्चाधिकारियों और यूनियन के नेताओं के समक्ष अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एक महिला चिकित्सक ने कहा, ‘‘विधायक के पति को जब लाया गया तो उस समय अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में काफी भीड़ थी। जब मैंने उनके हाथ को छुआ, तो मुझे तेज बुखार महसूस हुआ और इसलिए मैंने तुरंत एक इंजेक्शन लगाने की सलाह दी।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘विधायक को यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने पूछा कि आपने थर्मामीटर का इस्तेमाल क्यों नहीं किया और इसके बिना आप कैसे कह सकती हैं कि उन्हें तेज बुखार है।’’

चिकित्सक ने आरोप लगाया कि इससे नाराज शांताकुमारी ने कहा कि डॉक्टरों के बर्ताव के कारण ही इस तरह की घटनाएं (जैसे हमलों) हो रही हैं।

अस्पताल के कुछ अन्य कर्मचारियों ने भी विधायक के इस अभद्र व्यवहार की शिकायत की।

शांताकुमारी ने हालांकि आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि उन्होंने केवल चिकित्सकों से मरीजों के प्रति उचित व्यवहार करने को कहा है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने इस तरह के किसी भी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। मैंने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने थर्मामीटर क्यों नहीं इस्तेमाल किया। मैंने उनसे सभी रोगियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए भी कहा।’’

विधायक ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह इस मामले में खेद व्यक्त करने के लिए तैयार हैं।










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