Vibrant Gujarat conference: वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के दौरान ई-कॉमर्स पर सेमिनार होगा आयोजित

डीएन ब्यूरो

नवाचार और डिजिटलीकरण, कृत्रिम मेधा (एआई) की भूमिका, सीमा पार नीति माहौल और ई-कॉमर्स के भविष्य पर ध्यान देने के साथ ई-कॉमर्स विषय पर एक सेमिनार 11 जनवरी को गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन 2024 (वीजीजीएस) के दौरान आयोजित किया जाएगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन
वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन


अहमदाबाद:  नवाचार और डिजिटलीकरण, कृत्रिम मेधा (एआई) की भूमिका, सीमा पार नीति माहौल और ई-कॉमर्स के भविष्य पर ध्यान देने के साथ ई-कॉमर्स विषय पर एक सेमिनार 11 जनवरी को गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन 2024 (वीजीजीएस) के दौरान आयोजित किया जाएगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

उन्होंने कहा कि ‘ई-कॉमर्स: उंगलियों पर कारोबार’ शीर्षक वाला सेमिनार प्रदेश की राजधानी के महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा।

वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन का 10वां संस्करण 10 से 12 जनवरी के बीच गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा।

 डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक सेमिनार के बारे में जानकारी साझा करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (आईएएस) मिलिंद तोरावणे ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि उद्घाटन सत्र में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश, गुजरात के उद्योग राज्यमंत्री हर्ष संघवी, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) में संयुक्त सचिव संजीव और सरकारी ई-मार्केटप्लेस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार सिंह व अन्य लोग शामिल होंगे।

‘टेकगार्ड मेस्ट्रोस - फोर्टिफाइंग द फ्यूचर’ पर पूर्ण सत्र-1 का संचालन अस्तित्व वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक और निदेशक पंकज माल द्वारा किया जाएगा, और पैनलिस्ट में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी त्रिवेणी सिंह और जंगलवर्क्स के सीईओ समर सिंगला सहित अन्य शामिल होंगे।

यह सत्र ई-कॉमर्स की बेहतरी के लिए नवाचार और डिजिटलीकरण, ई-कॉमर्स के भविष्य, एआई की भूमिका, सीमापार नीतिगत माहौल, वैश्विक रुझान और साइबर सुरक्षा सहित अन्य पर केंद्रित होगा।

पूर्ण सत्र-2 में ई-कॉमर्स की जमीनी स्तर की गतिशीलता, कार्यान्वयन और प्रभाव, ई-कॉमर्स के एकीकरण और वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक), सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई), उद्यमियों, छोटे खरीदारों और विक्रेताओं की भूमिका पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

 










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