Uttarakhand: पतंजलि योगपीठ में इलाज के नाम पर देश भर के कई लोगों से ठगी, एक गिरफ्तार, जानिये पूरी जालसाजी

डीएन ब्यूरो

योग गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि योग पीठ में इलाज के लिए बुकिंग के नाम पर देश भर के कई व्यक्तियों से मात्र 15 दिन में ही 16 लाख रुपये से अधिक की कथित ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर पुलिस ने रविवार को ऑनलाइन ठगी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


हरिद्वारयोग: गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि योग पीठ में इलाज के लिए बुकिंग के नाम पर देश भर के कई व्यक्तियों से मात्र 15 दिन में ही 16 लाख रुपये से अधिक की कथित ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर पुलिस ने रविवार को ऑनलाइन ठगी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने बताया कि इस संबंध में दो अगस्त को पतंजलि योगपीठ की ओर से आचार्य रजनीश उर्फ स्वामी बजरंगी द्वारा हरिद्वार जिले के बहादराबाद पुलिस थाने में दी गयी तहरीर पर कार्रवाई करते हुए ठग को बिहार से गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि आरोपी ने पतंजलि में फर्जी बुकिंग के लिए लंदन के आइपी पते से वेबसाइट तैयार की थी।

पतंजलि योगीपीठ ने अपनी तहरीर के साथ ही तीन मामलों में लगभग दो लाख रुपये की ठगी से संबंधित दस्तावेज भी पेश किए थे जिसके बाद भारतीय दंड विधान की धारा 420/467/468/471 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

हरिद्वार के नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि साइबर ठग पतंजलि में बुकिंग के नाम पर लोगों को फंसाकर अपने खातों में धन जमा करा लेते थे।

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये ठग आईएफएससी कोड में भी जालसाजी करते थे जिससे कोड हरिद्वार का ही दिखता था और पीड़ित को विश्वास हो जाता था कि यह खाता पतंजलि योगपीठ का ही है। हालांकि, वास्तविक रूप से खाते बंगाल, बिहार, ओडिशा व तमिलनाडु के पाए गए हैं।

उन्होंने बताया कि जांच में आरोपियों के खाते की केवाईसी का स्थान, एटीएम से नकद निकासी का स्थान, फोन करने के स्थान, तथा वेबसाइट स्थापना का स्थान देश के विभिन्न स्थानों के अलावा ब्रिटेन का भी पाया गया है।

कुमार ने बताया कि आरोपियों की धर पकड़ के लिए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एक टीम का गठन किया जिसने 10 अगस्त को बिहार के नवादा जिले के ग्राम सोहजाना से बुकिंग हेतु बने फर्जी कॉल सेंटर से दो लोगों को ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद पकड़ लिया।

उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच से पता चला कि सॉफ्टवेयर की मदद से वे अपने फोन की ‘प्रॉक्सी लोकेशन’ (छद्म भौगोलिक स्थिति) किसी भी स्थान का कर सकते हैं।

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पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से एक के नाबालिग होने के कारण कानूनी कार्यवाही के बाद उसे उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया जबकि दूसरे आरोपी सुरेंद्र चौधरी को बिहार के नवादा की अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल कर हरिद्वार लाया गया है।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ तथा उनके मोबाइल फोन से मिले अहम साक्ष्यों के आधार पर अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

स्वतंत्र कुमार ने बताया कि आरोपियों के व्हाट्सऐप चैट तथा अन्य दस्तावेजों से जानकारी मिली कि आरोपियों ने मात्र 15 दिन में 16.3 लाख रुपये की अवैध कमाई की थी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ ही माह में आरोपी सुरेंद्र ने दो नए मकान तथा एक बोलेरो और एक स्कॉर्पियो कार खरीदी थी।










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