Uttarakhand: चार धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा को लेकर बड़ा अपडेट

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड में भूधंसाव प्रभावित जोशीमठ से होकर गुजरने वाले बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नई दरारें उभरने से बढ़ी चिंता के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि बदरीनाथ यात्रा के दौरान सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की एक टीम नियमित रूप से वहां तैनात रहेगी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी


देहरादून: उत्तराखंड में भूधंसाव प्रभावित जोशीमठ से होकर गुजरने वाले बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नई दरारें उभरने से बढ़ी चिंता के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को कहा कि बदरीनाथ यात्रा के दौरान सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की एक टीम नियमित रूप से वहां तैनात रहेगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अप्रैल में शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में अधि​कारियों के साथ यहां एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए बीआरओ की एक टीम नियमित रूप से जोशीमठ में रहेगी, ताकि वहां सड़कों में दरार या कोई अन्य समस्याएं आने पर उसका शीघ्र समाधान किया जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान जोशीमठ में एक आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष भी बनाया जाएगा ।

लोक निर्माण विभाग को सड़कों को शत प्रतिशत गड्ढ़ा मुक्त करने के निर्देश के बावजूद सड़कों पर गड्ढ़ों की शिकायतें मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने इस संबंध में विभाग के प्रमुख सचिव को हर सप्ताह जिलाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा करने के निर्देश दिए ।

उन्होंने कहा कि यह समीक्षा तब तक जारी रखी जायेगी जब तक कि सड़कों के शत प्रतिशत गड्ढा मुक्त होने एवं सुधारीकरण की रिपोर्ट न आ जाये।

धामी ने कहा कि प्रदेश के चारों धाम श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक आस्था के प्रमुख केंद्र हैं और उनकी यात्रा को सुरक्षित एवं सुगम बनाना हम सबका दायित्व है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की चारधाम यात्रा में रह गयी कमियों का निदान करते हुए इस बार श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं दी जाएं ।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्गों पर वाहनों की पार्किंग, पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों के आराम, पैट्रोल पंपों पर पेयजल और शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने तथा यात्रा मार्गों पर साइनेज एवं क्रैश बैरियर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ।

चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर आने वाले खर्च की पूरी व्यवस्था का आश्वासन देते हुए धामी ने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा शुरू होने से पूर्व धरातल पर जाकर कार्यों को परखने के निर्देश दिए ।

गढ़वाल हिमालय में स्थित चारों धामों—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, की यात्रा इस साल 22 अप्रैल को शुरू हो रही है। अक्षय तृतीया के पर्व पर 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे जिसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ तथा 27 अप्रैल को बदरीनाथ मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे ।










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