Uttar Pradesh: यूपी में विकास के सपने को लगेंगे पंख, सीएम योगी ने स्टील उद्यमियों को निवेश के लिए किया आमंत्रित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत के ‘ग्रोथ इंजन’ के रूप में पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है और सही मायने में कहा जाए तो राज्य अब भारत की विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत के ‘ग्रोथ इंजन’ के रूप में पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रहा है और सही मायने में कहा जाए तो राज्य अब भारत की विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को इंडियन स्टील एसोसिएशन की ओर से राजधानी के एक होटल में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। योगी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का बेहतरीन वातावरण है।
उन्होंने निवेशकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपके निवेश की सुरक्षा की गारंटी सरकार की है, इसके साथ ही उन्होंने निवेशकों को सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग दिए जाने की बात भी कही।
यह भी पढ़ें |
UP Politics: ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी की मुलाकात, जानिये दोनों के बीच क्या हुई बात
कानून-व्यवस्था की सराहना करते हुए योगी ने कहा कि विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है और आज प्रदेश में पर्व और त्योहारों में कोई दंगा-फसाद नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश ने एक लंबी छलांग लगाई है, आज निवेश मित्र के रूप में देश का सबसे बड़ा एकल खिड़की मंच उत्तर प्रदेश के पास है।
योगी ने कहा कि 25 सेक्टर की पॉलिसी उत्तर प्रदेश ने जारी की है। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ होने वाले एमओयू की मॉनिटरिंग ‘निवेश सारथी’ पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।
यह भी पढ़ें |
चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था वाली पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने हवाई यात्रा की सुगमता की चर्चा करते कहा कि आज प्रदेश में हवाई संपर्क बेहतर हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक हम लोग 10 नए हवाई अड्डों को क्रियाशील कर देंगे, जिनमें अयोध्या और जेवर दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे।
योगी ने कहा कि बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश का आर्थिक रूप से सबसे विपन्न क्षेत्र माना जाता था। आज यह क्षेत्र भी एक्सप्रेसवे से जुड़ चुका है। अब पांच घंटे में दिल्ली से चित्रकूट की यात्रा कर सकते हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य भी तेजी के साथ चल रहा है, जिसे हम 2025 तक पूरा कर लेंगे।