Uttar Pradesh: अमेठी में युवक ने घर पर तैयार किया हवाई जहाज का अनोखा मॉडल

यूपी के अमेठी में आसमान में उड़ने के सपने को पूरा करने के लिए एक युवक ने घर में हवाई जहाज का निर्माण कर दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 16 August 2024, 6:09 PM IST
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अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी (Amethi) में एक युवक (Young man) ने शौक में सीमेंट और सरिया की मदद से विशाल हवाई जहाज का निर्माण (Prepared) कर दिया है। यह हवाई जहाज (Airplane) इलाके में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस हवाई जहाज को देखने के लिए गांव में लोगों की भीड़ लगी है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार यह अजब- गजब कारनामा अमेठी जिले के मुंशीगंज रोड पर माधौपुर गांव है। 

जानकारी के अनुसार आपने अपने आसपास कई सारी अजब-गजब चीजों को देखा होगा। ऐसे ही यूपी के अमेठी जिले में एक ऐसा घर है, जहां पर कोई छोटी-मोटी चीज नहीं, बल्कि हवाई जहाज बनाकर तैयार किया गया है। इस खबर को सुनकर आप चौकिए नहीं, बल्कि यदि आप देखना चाहते हैं तो यह आपके देखने के लिए भी काफी बेहतर है। घर पर एक मिस्त्री के परिवार ने दो-दो हवाई जहाज तैयार कर रखे हैं। वह भी हवाई जहाज जैसा हू-बहू मॉडल, जो अपने आप में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 

यह हवाई जहाज उड़ता तो नहीं है, लेकिन इसमें लेटने और बैठने की व्यवस्था है। इसमें बाकायदा शीशे लगे हैं, इसके साथ ही गेट के जरिए आप अंदर जाकर इसमें हवाई जहाज जैसा फील कर सकते हैं , जो अपने आप में काफी आकर्षक है।

सीमेंट मोरंग और सरिया का किया इस्तेमाल
अमेठी जिले के मुंशीगंज रोड पर माधौपुर गांव है। इस गांव के पास सड़क किनारे बने घर पर हवाई जहाज को हू-बहू मॉडल पर तैयार किया गया है। इस मॉडल को बनाने में करीब 1 साल का समय जरूर लगा, लेकिन आज यह एकदम हवाई जहाज जैसा दिखता है। हवाई जहाज को बनाने में सीमेंट मोरंग और सरिया का इस्तेमाल किया गया है और यह अपने आप में गजब का बनाया गया है।

1 साल में बनकर तैयार किया जहाज
हवाई जहाज बनाने वाले युवक आशीष ने बताया कि इसे तैयार करने में करीब 1 साल का समय लगा। उसने कहा कि किसी ने उसे मना नहीं किया और मना भी क्यों करेगा। वह हवाई जहाज अपने खुद के घर और जमीन पर तैयार किया है। उसने कहा कि उसके बाबा को पेंटिगं की शौक थी। वह तरह-तरह की चीजों को तैयार करते थे। इस वजह से उसने सभी के साथ मिलकर इस हवाई जहाज को तैयार कर दिया। यह हवाई जहाज काफी समय से बना हुआ है।

समाज के लिए प्रेरणाश्रोत
अब तो लोग उनके गांव को जहाज वाला गांव कहने लगे हैं। रमेशर की पत्नी दुइजा देवी नेबताया की उनके पति भले ही उड़ने वाले जहाज में नहीं चढ़ पाए, लेकिन उनके बनाए जहाज का आनंद उनके परिवार के लोग और बच्चे खूब उठा रहे हैं। दूइजा देवी के मुताबिक इस जहाज को देखकर ही उन्हें उनके पति की यादें ताजी हो जाती है।

यह दोनों जहाज समाज को भी प्रेरणा देते हैं कि यदि ठान लिया जाए तो इस दुनिया में कोई ऐसा लक्ष्य नहीं है, जिसे हासिल ना किया जा सके।