उत्तर प्रदेश: सड़क की बीच में बैठे व्यक्ति की कार की चपेट में आकर मौत

डीएन ब्यूरो

जिले के राजनगर जिला केन्द्र (आरडीसी) के फ्लाईओवर के पास 'भाजपा विधायक प्रतिनिधि' का स्टिकर लगी एक कार की चपेट में आने से सड़क के बीचों-बीच बैठे एक व्यक्ति की मौत हो गई।

मौत (फाइल)
मौत (फाइल)


गाजियाबाद: जिले के राजनगर जिला केन्द्र (आरडीसी) के फ्लाईओवर के पास 'भाजपा विधायक प्रतिनिधि' का स्टिकर लगी एक कार की चपेट में आने से सड़क के बीचों-बीच बैठे एक व्यक्ति की मौत हो गई।

पुलिस उपायुक्त नगर (डीसीपी सदर) निपुण अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार देर रात कविनगर थाना क्षेत्र के महागुन पुरम निवासी सुरभ शर्मा ने कार ने एक व्यक्ति को टक्कर मार दी, जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई।

इस संबंध में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक अज्ञात व्यक्ति सड़क के बीचों-बीच में बैठा नजर आ रहा है और एक कार ने उसे टक्कर मार दी। कार पर 'भाजपा विधायक प्रतिनिधि' (एमएलए प्रतिनिधि) वाले दो स्टिकर भी लगे हैं। कार के आगे पीछे शीशे पर भारतीय जनता पार्टी के स्टिकर लगे हुए हैं।

डीसीपी ने कहा कि घटना मंगलवार देर रात राजनगर जिला केंद्र (आरडीसी) के फ्लाईओवर के पास हुई। पुलिस मृतक की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने बताया कि हादसे में घायल व्यक्ति मृतक को स्थानीय लोगों ने संजय नगर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उसकी मौत हो गयी।

उन्होंने बताया कि कार शहर के गोविंदपुरम निवासी धीरेंद्र पुत्र शंकर के नाम पर पंजीकृत है।

पूछताछ के दौरान कार चालक सुरभ शर्मा ने पुलिस को बताया है कि वह बुलंदशहर जिले के भाजपा के अनूपशहर विधायक संजय शर्मा का 'विधायक प्रतिनिधि' है।

लेकिन, जब ‘पीटीआई-भाषा’ ने विधायक शर्मा से संपर्क किया, तो उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में किसी को भी प्रतिनिधि नामित करने की बात से साफ इंकार किया। लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया कि कार चला रहे सुरभ शर्मा उनके दूर के रिश्तेदार हैं।

विधायक ने यह भी कहा कि उन्होंने इलाके के थाना प्रभारी से फोन पर बात करके उन्हें शर्मा के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा है। विधायक ने कहा कि दुर्घटना के बाद शर्मा ने खुद कार रोकी और घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने में मदद की थी, इसके बावजूद उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा है।

डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। ड्राइवर शर्मा को हिरासत में लेने से पहले पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा था।

 










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