एक दिन की नवजात को उर्सला अस्पताल में नहीं मिला वेंटिलेटर, हालत गंभीर

डीएन संवाददाता

कानपुर के उर्सला अस्पताल में एक दिन की नवजात को वेंटिलेटर उपलब्ध न कराये जाने से नवजात की हालत गंभीर बताई जा रही है।

बच्ची के परिजन
बच्ची के परिजन


कानपुर: गंभीर हालत में नवजात का इलाज कराने पहुंची एक महिला को उर्सला अस्पताल में काफी देर तक इंतजार करना पड़ा जिससे उसकी तबियत और भी बिगड़ गई। मासूम की गंभीर हालत को देखते हुए उसे उर्सला डफरिन के एनआईसीयू में भर्ती किया गया लेकिन वहां वेंटिलेटर उपलब्ध न होने के कारण उस नवजात को हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
पढ़िये क्या है पूरा मामला
कानपुर देहात के रसूलाबाद थाना क्षेत्र के रहने वाले प्रेम राज की पत्नी अरुणा यादव ने एक बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान बच्ची ठीक ढंग से सांस नही ले पा रही थी। जिसके बाद देहात के अस्पताल ने कानपुर नगर के हैलट अस्पताल के लिए बच्ची को रेफेर कर दिया। इस बीच महिला को नवजात के इलाज के लिए अस्पताल में काफी देर तक इंतजार करना पड़ा।


आलाधिकारियों के दबाव में नवजात को एनआईसीयू में तो एडमिट कर लिया गया और ऑक्सीजन भी दिया गया लेकिन बच्ची को वेंटिलेटर की ज़रूरत थी, जो यहां के जिला हॉस्पीटल में खाली नहीं है। 
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत के दौरान नआईसीयू में मौजूद संविदा पर डॉक्टर आशीष ने बताया कि यहां वेंटिलेटर की व्यवस्था नही है। बच्ची को ऑक्सीजन दिया गया, लेकिन वेंटीलेटर न होने के चलते ऑक्सीजन प्रॉपर कंट्रोल नही हो रही थी। आलाधिकारियों के कहने पर नवजात को एलएलआर अस्पताल भेजा गया। फिलहाल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है।










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