यूपी एसटीएफ ने बैंकों से करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, ATM से छेड़छाड़ कर निकालते थे रुपये, तीन गिरफ्तार

यूपी एसटीएफ ने बैंकों से करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गैंग के तीन शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह एटीएम से छेड़छाड़ कर ग्राहकों और बैंकों को करोड़ों की चपत लगा चुका है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 24 December 2022, 1:45 PM IST
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लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो अब तक बैंकिग सेक्टर में करोडों की चपत लगा चुका है। गिरोह के सदस्य एटीएम से छेडछाड करके रूपये निकालने में माहिर था। एसटीएफ ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान निशान्त कुमार निवासी महकापुर शाहजहॉपुर, थाना सटटी, कानपुर देहात, विजय सिंह पुत्र वैजनाथ निवासी महकापुर शाहजहॉपुर, थाना सटटी, कानपुर देहात और प्रदीप यादव थाना मूसानगर, कानपुर देहात के रूप में की गई।

एसटीएफ ने गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से अलग-अलग बैंकों के 45 एटीएम कार्ड, 2 आधार कार्ड, 4 पेनकार्ड, 3 मोबाइल फोन, 2 वोटर आईडी कार्ड, एक फर्जी पुलिस आईडी कार्ड, फिंगरप्रिन्ट डिवाइस, वैगनार कार समेत ब्लैंक चेक भी बरामद किये। 

गिरोह की तीनों सदस्यों को शुक्रवार देर रात इन्द्रा निकेतन स्कूल के पास काली मठिया रेलवे स्टेशन रोड कानपुर, थाना क्षेत्र रेल बाजार, कानपुर कमिश्नरेट से गिरफ्तार किया गया।

यूपी एसटीएफ को कुछ दिनों से बैंकिंग सेक्टर से जुडे एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ कर भारतीय बैकिंग प्रणाली को विभिन्न प्रकार से नुकसान पहुंचाने और धन की निकासी करने वाले गिरोहों के बारे में सूचनाएँ प्राप्त हो रही थी। मामले का पर्दाफाश करने और आरोपियो की गिरफ्तारी के लिये इस सम्बन्ध में एसटीएफ ने एक टीम की गठन किया। फील्ड इकाई कानपुर के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा इस संबंध में सूचनाएं एकत्रित की जा रही थी।

अभिसूचना संकलन के दौरान एसटीएफ टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कानपुर नगर एवं कानपुर देहात में काफी संख्या में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो भारतीय बैकिंग प्रणाली को विभिन्न प्रकार से नुकसान पहुंचा रहे है। मुखबिर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम बताये गये स्थान पर पहुँची और मुखबिर की निशादेही पर तीम व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार किये गये तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोगों को रूपये-पैसों का लालच देकर व उनके दस्तावेजों में कूट रचना कर कूटरचित दस्तोवेजों के माध्यम से विभिन्न बैंको में खाते खुलवा लेंते हैं। इस बीच उनका एटीएएम कार्ड व पासवर्ड ले लेते हैं और उन एटीएम कार्ड को आपस में बॉट लेते हैं, जिनको आस-पास के जनपदों व अन्य प्रान्तों में जाकर खास प्रकार की एटीएम मशीनों में छेड-छाड करके रूपये पैसों की निकासी करते हैं। आरोपियों ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए अपना जुर्म कबूल किया।

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना रेलबजार कमिश्नेट कानपुर में आईटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। आरोपियों के खिलाफ आगेक की कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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