उन्नाव: बकरी को बचाने के चक्कर में चाचा-भतीजे की हुई मौत, ढाई घंटे तक चला रेस्क्यू

डीएन ब्यूरो

यूपी के उन्नाव में बकरी को बचाने के क्रम में चाचा व भतीजे की मौत के बाद इलाके में शोक की लहर है। वहीं दोनों को बचाने के लिए प्रशासन ने ढाई घंटे तक कड़ी मशक्कत की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

चाचा-भतीजे की मौत का मामला
चाचा-भतीजे की मौत का मामला


उन्नाव: जनपद नौबतपुर गांव में कुएं में गिरी बकरी को बचाने के चक्कर में पशु पालक चाचा व भतीजे की मौत होने का मामला सामने आया है। कुएं में जहरीली गैस के कारण दोनों की मौत हो गई। प्रशासन की तरफ से दोनों को बचाने के लिए ढाई घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार नौबतपुर गांव में बकरी का बच्चा चरते समय सूखे कुएं में गिर गया। कुएं की गहराई करीब 30 फीट थी। बकरी को बचाने के लिए चाचा व भतीजे भी कुएं में उतर गए। वहीं कुएं में फैली जहरीली गैस  के कारण दोनों की कुएं के अंदर ही मौत हो गई। परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत कर दोनों को बाहर निकाला लेकिन जब तक दोनों ने दम तोड़ दिया था। 

आपको बताते चलें कि सुनील उम्र 40 वर्ष  बकरी पालन का काम करते हैं। उनकी बकरी का बच्चा कुएं में गिर गया था जिसको बचाने के लिए सुनील भी कुएं में उतर गए। जब काफी देर तक सुनील कुएं से बाहर नहीं आए तो उनका भतीजा बबलू उम्र 19 साल भी कुएं में अपने चाचा को बचाने के लिए उतर गया। लेकिन कुएं में जहरीली गैस होने के कारण दोनों की वहां पर मौत हो गई।










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