केंद्रीय मंत्री ने भारत के बुनियादी ढांचे को आधुनिक रूप देने को लेकर किया ये बड़ा खुलासा

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत अपने बुनियादी ढांचे को तेजी से आधुनिक रूप देने के साथ विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

आर के सिंह
आर के सिंह


नयी दिल्ली: केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत अपने बुनियादी ढांचे को तेजी से आधुनिक रूप देने के साथ विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, उन्होंने यहां बुनियादी ढांचा क्षेत्र में भविष्य के लिए हो रहे बदलाव की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अब हम खुद को एक विकसित देश में बदल रहे हैं। हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी और हम एक विकसित देश बनेंगे।’’

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सिंह ने कहा कि भारत तेजी से बुनियादी ढांचे को आधुनिक रूप दे रहा है। यह इस बात से पता चलता है कि बजट में पूंजीगत व्यय के लिये आवंटन 2023-24 में 10 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो 2014 के मुकाबले पांच गुना है।

बिजली क्षेत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से बिजली उत्पादन क्षमता में 1.90 लाख मेगावाट से अधिक का इजाफा हुआ और वर्तमान में कुल क्षमता 4.21 लाख मेगावाट से अधिक हो गयी है।

मंत्री ने कहा कि आज बिजली की स्थापित क्षमता इसकी अधिकतम मांग के मुकाबले लगभग दोगुनी है और इसका निर्यात पड़ोसी देशों को किया जा रहा है।

नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में उन्होंने कहा कि हमने हर साल कुल क्षमता में 50,000 मेगावाट का इजाफा करने का लक्ष्य रखा है और 2030 तक देश कुल क्षमता में हरित ऊर्जा स्रोतों से 500 गीगावाट (पांच लाख मेगावाट) बिजली हासिल करने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि नौ साल (2014-23) के दौरान सौर क्षमता में 64,000 मेगावाट से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 31 मार्च, 2014 में स्थापित क्षमता का 23 गुना है।

सड़क क्षेत्र का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 में कुल राष्ट्रीय राजमार्ग 91,287 किलोमीटर था, जो मार्च, 2023 में 59 प्रतिशत बढ़कर 1,45,240 किलोमीटर हो गया है। इसी प्रकार एक्सप्रेसवे 2014 में केवल 353 किलोमीटर था जो अब 3,106 किलोमीटर हो गया और 9,000 किलोमीटर एक्सप्रेसवे क्रियान्वयन के विभिन्न चरण में हैं।

वित्त वर्ष 2013-14 में प्रतिदिन 11.6 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे थे, जो 2022-23 में बढ़कर 28.3 किलोमीटर प्रतिदिन हो गया है।

रेलवे का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि मध्यम उच्च गति वाली वंदे भारत ट्रेन का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। अबतक 25 वंदे भारत ट्रेन विभिन्न राज्यों में शुरू की गई हैं और 2030 तक ऐसी 800 से अधिक ट्रेन चलाने की योजना है।

उन्होंने कहा कि 2022-23 में 6,565 ‘रूट किलोमीटर’ (आरकेएम) का विद्युतीकरण किया गया जो 2013-14 में केवल 610 ‘रूट किलोमीटर’ था।










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