केंद्रीय मंत्री ने एनवाईटी पर लगाया भारत के खिलाफ झूठ फैलाने का आरोप, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) पर भारत के बारे में ‘‘झूठ फैलाने’’ का आरोप लगाया और कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर इसमें प्रकाशित एक लेख को ‘‘छलावा और काल्पनिक’’ करार दिया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर


नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) पर भारत के बारे में ‘‘झूठ फैलाने’’ का आरोप लगाया और कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर इसमें प्रकाशित एक लेख को ‘‘छलावा और काल्पनिक’’ करार दिया।

ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘‘न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत के बारे में कुछ भी प्रकाशित करते समय तटस्थता मानकों को बहुत पहले छोड़ दिया था। कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता पर एनवाईटी की तथाकथित ‘राय’ छलावा और काल्पनिक है। इसे भारत और उसके लोकतांत्रिक संस्थानों एवं और मूल्य के बारे में दुष्प्रचार करने के एकमात्र उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है।’’

केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा, ‘‘यह, न्यूयॉर्क टाइम्स और इसी तरह के कुछ अन्य विदेशी मीडिया द्वारा भारत और लोकतांत्रिक रूप से चुने गए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में झूठ फैलाने का विस्तार है। ऐसा झूठ लंबे समय तक नहीं चल सकता।’’

ठाकुर की ओर से यह कड़ा खंडन कश्मीर में सूचना प्रवाह पर कथित प्रतिबंधों पर अमेरिकी समाचारपत्र में एक लेख प्रकाशित होने के बाद आया है। ठाकुर ने कहा, ‘‘भारत और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ईर्ष्या रखने वाले कुछ विदेशी मीडिया हमारे लोकतंत्र एवं बहुलतावादी समाज के बारे में व्यवस्थित तरीके से झूठ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि भारत में प्रेस की स्वतंत्रता का उतना ही महत्व है जितना अन्य मौलिक अधिकारों का। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में लोकतंत्र और हम लोग बहुत परिपक्व हैं और हमें इस तरह के एजेंडे से चलने वाले मीडिया से लोकतंत्र का व्याकरण सीखने की जरूरत नहीं है।’’

ठाकुर ने कहा कि कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता के बारे में एनवाईटी द्वारा फैलाया गया 'झूठ' निंदनीय है। मंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय ऐसी मानसिकता वालों को भारत की धरती पर अपना एजेंडा नहीं चलाने देंगे।’’

भाषा अमित मनीषा

मनीषा










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