केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने सिद्धरमैया पर लगाया आरोप, जल परियोजनाओं को लेकर फैला रहे हैं अफवाह

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर कावेरी नदी की मेकेदातु संतुलन जलाशय परियोजना सहित विभिन्न जल परियोजनाओं के संबंध में गलत एवं भ्रामक सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत


बेंगलुरु: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर कावेरी नदी की मेकेदातु संतुलन जलाशय परियोजना सहित विभिन्न जल परियोजनाओं के संबंध में गलत एवं भ्रामक सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार शेखावत ने शनिवार के सिद्धरमैया के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही, जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अल्प वर्षा के बावजूद कर्नाटक के जल मुद्दों का समाधान नहीं किया।

सिद्धरमैया ने आरोप लगाया था कि मेकेदातु और महादयी नदी जैसी परियोजनाएं केंद्र की मंजूरी के बगैर लंबित हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘प्रिय प्रधानमंत्री, क्या आप कन्नड़ लोगों को और अधिक प्यासा रखना चाहते हैं?’’

सिद्धरमैया पर निशाना साधते हुए शेखावत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हम जानते हैं कि गलत सूचनाएं और अफवाहें फैलाना कांग्रेस की परंपरा रही है, लेकिन ऐसा करके लोगों के जीवन को संकट में डालना एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता।’’

मेकेदातु परियोजना के संबंध में मंत्री ने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर चर्चा को कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण की विभिन्न बैठकों के दौरान एक एजेंडा विषय के रूप में शामिल किया गया था।

उन्होंने कहा कि इस एजेंडा विषय पर पक्षकार राज्यों के बीच आम सहमति की कमी के कारण उक्त मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी।

शेखावत ने कहा कि कलसा-बंडूरी नाला परियोजना की डीपीआर को केंद्रीय जल आयोग ने कुछ शर्तों के साथ पहले ही मंजूरी दे दी है और इसकी सूचना कर्नाटक सरकार को दे दी गई है।

मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना-त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम के तहत 2017-18 के दौरान कर्नाटक की प्राथमिकता वाली पांच परियोजनाओं में से तीन पूरी हो चुकी हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘दो परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है और केंद्रीय सहायता के 1,238.30 करोड़ रुपये में से 1,190.05 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं।’’

शेखावत ने बताया कि अटल भूजल योजना के तहत कर्नाटक को पहले ही केंद्र से 629.54 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, लेकिन 28 अक्टूबर 2023 तक केवल 274.05 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

सिद्धरमैया पिछले कुछ दिनों से केंद्र पर कर्नाटक और उसके लोगों के हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। वह ‘एक्स’ पर ‘‘व्हाई नो लव फॉर कर्नाटक’’ और ‘‘आंसर मदि मोदी’’ हैशटैग के तहत अभियान चला रहे हैं।










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