ट्विटर यूजर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, विपक्ष हुआ आग बबूला, जानिये पूरा मामला
तमिलनाडु में ट्विटर हैंडल के एक एडमिस्ट्रेटर को राज्य पुलिस ने बुधवार को वीडियो साझा कर महिलाओं को कथित तौर अपमानित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
चेन्नई: तमिलनाडु में ट्विटर हैंडल के एक एडमिस्ट्रेटर को राज्य पुलिस ने बुधवार को वीडियो साझा कर महिलाओं को कथित तौर अपमानित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने राज्य की द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की परिवार की महिला मुखिया को एक हजार रुपये की सहायता देने की योजना की तय अर्हता का मखौल उड़ाने के लिए कथित आपत्तिजनक मीम साझा किया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस की इस कार्रवाई ने राज्य में राजनीतिक रंग ले लिया है और विपक्षी अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) और केंद्र में शासन कर रही और राज्य में उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस कार्रवाई की निंदा की है। यहां तक कि ट्विटर पर ‘#स्टालिन मुझे भी गिरफ्तार करो’ ट्रेंड कर रहा है।पुलिस ने कहा कि व्यक्ति को महिलाओं की शुचिता का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रभावी ‘वॉयस ऑफ सुवुक्कु शंकर’ नामक हैंडल द्वारा योजना का मखौल उड़ाने के लिए दशकों पुरानी एक तमिल फिल्म के हास्य दृश्य का इस्तेमाल किया गया और फिल्म के दो हास्य पात्रों के स्थान पर क्रमश: मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और वित्तमंत्री पलानीवेल थिआगा राजन के नाम का इस्तेमाल किया गया।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को राज्य का बजट पेश किया गया जिसमें द्रमुक द्वारा वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादे के तहत परिवार की महिला प्रमुखों को एक हजार रुपये की मासिक सहायता देने का प्रावधान किया गया।
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मूल हास्य फिल्म में तमिल अभिनेताओं गौडमणि और सेंथिल ने भूमिका निभाई है।
अन्नाद्रमुक ने भी राज्य सरकार की ओर से घोषित योजना की आलोचना करते हुए कहा कि पहले सभी महिलाओं को सहायता देने का वादा किया था लेकिन अब सरकार ने अर्हता के लिए कई शर्तें लागू कर दी हैं।
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने ट्वीट किया, ‘‘लोकतंत्र अधिनायकवाद में तब्दील हो जाता है जब सत्ता एक परिवार में सिमट जाती है और राज्य तानाशाही हो जाता है। अरिवलयम (द्रमुक) सरकार हल्की आलोचना से ही विचलित हो गई और सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करने से व्यक्ति की गिरफ्तारी उसके तानाशाही व्यवहार को प्रतिबिंबित करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ट्रोल करने वाले वीडियो से गिरफ्तारी हो सकती है तो द्रमुक की आईटी इकाई को सलाखों के पीछे होना चाहिए। ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला, आधी रात को गिरफ्तारी और बिना किसी उपलब्धि के अपना प्रसार तानाशाही का असली चेहरा है।’’
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अन्नाद्रमुक प्रवक्ता कोवई सत्यन ने विवादित वीडियो क्लिप को दोबारा ट्वीट कर हैशटैग ‘स्टालिन मुझे भी स्टालिन गिरफ्तार करो’ चलाया। संभवत: उन्होंने गिरफ्तार आरोपी प्रदीप के प्रति एकजुटता प्रकट की।
द्रमुक सरकार के आलोचक रहे सुवुक्कु शंकर ने भी अपने ट्वीटर हैंडल से ‘मुझे गिरफ्तार करो’ हैशटैग चलाया। उन्होंने कहा कि प्रदीप, उनके समर्थक और प्रशासक को 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
वित्तमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं ऐसे घटनाओं को नजर अंदाज करता हूं लेकिन यह 100 प्रतिशत उन्माद है, मैं इसका जवाब दूंगा। ’’ उन्होंने कहा कि प्रदीप की गिरफ्तारी से उनका कोई लेना देना नहीं है।
भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने ट्वीट किया, ‘‘रीढ़विहीन द्रमुक सरकार जनता की आवाज दबाने में लगी है। स्तब्ध हूं कि वे एक मीम भी नहीं पचा सके। कमजोर सरकार की असहज स्थिति के संकेत। अगर किसी को कथित तौर पर महिला को गलत रूप में पेश करने पर गिरफ्तार किया गया तो उनके नेताओं का क्या जो रोजाना महिलाओं के बारे में अपशब्द बोलते हैं? माननीय स्टालिन क्या उनकी गिरफ्तारी की कोई योजना है? ’