

वर्ष 2022 में खेले जाने वाले एशियाई खेलों को ध्यान में रखते हुये आईकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी ने प्राचीन जापानी युद्ध कला ‘जुजुत्सू’ को बढ़ावा देने की नीति पर काम करना शुरू किया है।
लखनऊ: वर्ष 2022 में खेले जाने वाले एशियाई खेलों को ध्यान में रखते हुये आईकोनिक ओलंपिक गेम्स अकादमी ने प्राचीन जापानी युद्ध कला ‘जुजुत्सू’ को बढ़ावा देने की नीति पर काम करना शुरू किया है।
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इसके तहत शनिवार को जुजुत्सू एसोसिएशन ऑफ़ लखनऊ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसके अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाड़ी सैयद रफत होंगे। आइकोनिक अकादमी के कार्यालय के हाल में जुजुत्सू के एक ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत एक अगस्त से की जाएगी। जल्द ही ट्रेनिंग के लिए बाहर से भी कोच बुलाये जायेंगे। (वार्ता)
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