एक गाड़ी का फटा टायर, दूसरी नही हुई चालू, बड़ी मशक्कत कर तीसरी गाड़ी से केरल लाया गया ट्रेन अग्निकांड का आरोपी शाहरुख सैफी

डीएन ब्यूरो

केरल में एक एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध युवक को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में पकड़े जाने के बाद बृहस्पतिवार को सड़क मार्ग से दक्षिणी राज्य लाया गया और फिलहाल उसे कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ट्रेन में आगजनी की घटना (फाइल)
ट्रेन में आगजनी की घटना (फाइल)


केरल: एक एक्सप्रेस ट्रेन में आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध युवक को महाराष्ट्र के रत्नागिरी में पकड़े जाने के बाद बृहस्पतिवार को सड़क मार्ग से दक्षिणी राज्य लाया गया और फिलहाल उसे कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ट्रेन में आग लगाने की इस घटना में एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी।

कोझिकोड चिकित्सकीय महाविद्यालय के एक सूत्र ने बताया कि संदिग्ध युवक की चिकित्सा जांच के बाद उसे यहां भर्ती किया गया है।

इससे पहले, केरल पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमने अभी उससे पूछताछ शुरू नहीं की है। हम चिकित्सकीय दल की मंजूरी मिलने के बाद उससे पूछताछ आरंभ करेंगे।’’

कांत ने कहा कि इस बारे में फैसला संदिग्ध से पूछताछ के बाद लिया जाएगा कि उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम समेत कानून की कौन सी धाराएं लगानी हैं तथा क्या इस घटना के पीछे और लोगों का भी हाथ था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बात की तसल्ली है कि हमने उसे समय पर पकड़ लिया। यह एसआईटी (विशेष कार्य बल), विभिन्न केंद्रीय खुफिया एजेंसी और महाराष्ट्र पुलिस के संयुक्त प्रयासों से ही संभव हो पाया।’’

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कांत ने दो अप्रैल को हुई आगजनी की घटना में झुलसे लोगों के बारे में बताया कि उनमें से एक व्यक्ति 35 से 40 प्रतिशत तक झुलस गया है, जबकि अन्य की स्थिति स्थिर है।

सैफी को पुलिस कमांडो की एक बस समेत चार वाहनों के काफिले में चिकित्सकीय महाविद्यालय लाया गया। अस्पताल में भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।

सैफी को कोझिकोड लाए जाने के दौरान कुछ नाटकीय घटनाक्रम हुए। सैफी को ला रहे पुलिस के वाहन ने तड़के केरल में प्रवेश किया, लेकिन इसके कुछ ही देर बाद इसका एक पहिया फट गया और वाहन का इस्तेमाल नहीं किया जा सका।

इसके बाद सड़क के किनारे एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद कन्नूर जिले की एडक्कड़ पुलिस ने एक अन्य वाहन का प्रबंध किया, लेकिन वह वाहन भी चालू नहीं हो पाया, जिससे यात्रा में और देर हुई। फिर एक अन्य वाहन का प्रबंध करना पड़ा, जिसके बाद पुलिस दल संदिग्ध को लेकर कोझिकोड रवाना हो सका।

इस बीच, टायर फटने और संदिग्ध के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी नहीं होने के आरोपों के बीच राज्य में विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर मामले से निपटने में लापरवाही का आरोप लगाया।

केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन ने कहा कि इस मामले में अब तक की पुलिस कार्रवाई केवल इसकी ‘‘विफलता’’ दर्शाती है।

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वहीं, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ट्रेन आगजनी मामले में संदिग्ध की गिरफ्तारी को लेकर राज्य पुलिस की सराहना की और कहा कि यह पुलिस के उत्कृष्ट प्रदर्शन को दर्शाता है।

महाराष्ट्र के आतंकवाद-रोधी दस्ते ने बुधवार को संदिग्ध को पकड़ा था।

एक अज्ञात व्यक्ति ने दो अप्रैल की रात को ट्रेन में यात्रा कर रहे लोगों पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें आग लगा दी थी। यह घटना तब हुई जब ट्रेन एलाथुर के नजदीक कोरापुझा पुल पर पहुंची। इस घटना में नौ लोग झुलस गए थे जो विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।

आग लगने के बाद ट्रेन से लापता हुई एक महिला, एक शिशु और एक पुरुष के शव रविवार देर रात एलाथुर रेलवे स्टेशन के पास पटरियों से बरामद हुए। पुलिस का मानना ​​है कि आग के बाद वे ट्रेन से गिर गए होंगे या (ट्रेन से) नीचे उतरने के प्रयास में गिरे होंगे।










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