लोकसभा चुनाव में बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करेगी टीएमसी : ममता

डीएन ब्यूरो

पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि टीएमसी आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई करेगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी


कोलकाता: पश्चिम बंगाल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि टीएमसी आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई करेगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विपक्षी दलों के नेताओं पर 'चोर' का ठप्पा लगा रही है । उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसी व्यवस्था बन गयी है जहां ''लोकतंत्र का संचालन केंद्रीय एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है''।

ममता ने कहा, ‘‘ माकपा, भाजपा और कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में गठबंधन बनाया है और सक्रिय रूप से हमारे खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) राष्ट्रव्यापी स्तर पर भाजपा का मुकाबला करेगा जबकि पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व टीएमसी करेगी। ’’

मुख्यमंत्री ने उत्तर 24 परगना जिले में बांग्लादेश मूल के लोगों की बड़ी आबादी तक पहुंच बनाने के उद्देश्य से भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए नागरिकता के मुद्दे में हेरफेर करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नागरिकता के मुद्दे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए कर रही है। भाजपा इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह कर रही है। पहले, जिलाधिकारी नागरिकता से जुड़े मामलों का फैसला करते थे, लेकिन अब उनसे ये शक्तियां छीन ली गई हैं। यदि लोगों के पास नागरिकता नहीं होगी, तो वे सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ कैसे उठा पाएंगे? ’’

ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नागरिकता को लेकर दिए गए एक बयान के जवाब में यह टिप्पणी की है।

अमित शाह ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के कार्यान्वयन को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यह देश का कानून है।

शाह ने बनर्जी पर इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया था।

 










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