इस राज्य की बागडोर ‘आधे इंजन वाली सरकार’ के हाथों में, जानिये किसने किया ये दावा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दावा किया कि ओडिशा की बागडोर ‘आधे इंजन वाली सरकार’ के हाथों में है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य ‘सुशासन की कमी’ से जूझ रहा है, जिसके चलते आदिवासियों को ‘बड़े पैमाने पर कुपोषण का सामना करना पड़ रहा है’। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
भुवनेश्वर: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दावा किया कि ओडिशा की बागडोर ‘आधे इंजन वाली सरकार’ के हाथों में है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य ‘सुशासन की कमी’ से जूझ रहा है, जिसके चलते आदिवासियों को ‘बड़े पैमाने पर कुपोषण का सामना करना पड़ रहा है’।
प्रधान की यह टिप्पणी ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक के उस बयान के तीन दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा था कि ‘डबल इंजन’ की सरकार नहीं, बल्कि सुशासन चुनाव जीतने में किसी पार्टी की मदद कर सकता है।
गौरतलब है कि भाजपा ने कर्नाटक में ‘डबल इंजन’ सरकार (राज्य और केंद्र में भाजपा सरकार) के अपने बार-बार दोहराए जाने वाले नारे का इस्तेमाल किया था। हालांकि, राज्य में हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी को कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा है।
प्रधान ने पटनायक का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा, “ओडिशा सुशासन की कमी से जूझ रहा है और वहां सिर्फ ‘आधे इंजान’ वाली सरकार है। यही कारण है कि ओडिशा कुशासन और खराब प्रशासन की चपेट में है। राज्य की स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट बहुत कुछ बयां करती है।”
यह भी पढ़ें |
केंद्रीय मंत्री का राहुल गांधी पर निशाना, विदेश में भारत को बदनाम करते हैं
केंद्रीय मंत्री ने राज्य में कुपोषण के ‘बढ़ते’ मामलों पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा, “ओडिशा के आदिवासी इलाकों में स्थिति चिंताजनक है और यह एक स्वास्थ्य सर्वेक्षण से परिलक्षित होता है।”
प्रधान ने आरोप लगाया कि ‘राज्य में सुशासन की कमी’ इसके लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने राज्य सरकार से युद्ध स्तर पर काम करने और ‘कुपोषण की चिंताजनक स्थिति’ से जल्द से जल्द निपटने की मांग की।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि ओडिशा में कई गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं और पांच साल से कम उम्र के बच्चे ‘कुपोषण का सामना कर रहे हैं’।
यह भी पढ़ें |
केंद्रीय मंत्री ने ओडिशा के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, जानिये रेंगाली बांध परियोजना के प्रभावितों से जुड़ा ये मामला
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रधान ने भुवनेश्वर में रोजगार मेला के दौरान विभिन्न सरकारी पदों के लिए चयनित 473 युवाओं को नियुक्ति पत्र भी बांटे।
प्रधान के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा, “भाजपा नेताओं द्वारा ओडिशा की महिलाओं, खासकर पदमपुर और झारसुगुड़ा से उपचुनाव लड़ने वाली राज्य की दो बेटियों का अपमान किए जाने के बाद भी वह (प्रधान) प्रदेश सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। भाजपा ने मिशन शक्ति के सदस्य का भी अपमान किया है।”