

बसपा से निकाले गये नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि उन पर जो भी आरोप लगाये गये हैं वे सब बेबुनियाद हैं
लखनऊ: बसपा से निकाले गये नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी खुलकर मायावती से दो-दो हाथ करने पर तुल गये हैं। सुबह सिद्दीकी को बेटे के साथ बसपा से बाहर करने का ऐलान किया गया औऱ इसके कुछ ही घंटे बाद इनका बयान सामने आया कि वे आज लखनऊ से बाहर हैं औऱ कल एक-एक कर सबूतों के साथ माया की पोल खोलेंगे।
तीन पेज की प्रेस रिलीज में सिद्दीकी ने भावनात्मक मुद्दा उठाते हुए कहा कि 1996 में मायावती जब चुनाव लड़ रही थीं तब मैं उनका चुनाव प्रभारी था, मेरी सबसे बड़ी संतान..मेरी बेटी जिंदगी और मौत से झूल रही थी और फिर सही इलाज के अभाव में उसने दम तोड़ दिया फिर भी माया ने मुझे अपनी मृत बेटी का चेहरा तक नहीं देखने दिया..क्योंकि वे नहीं चाहती थीं कि मैं चुनाव के दौरान अपने घर जाऊं..इससे उनका चुनाव प्रभावित हो जाता।
सिद्दीकी ने कहा ऐसे न जाने कितने उदाहरण हैं.. मैंने 35 साल बसपा की विचारधारा के लिए खपा दिया लेकिन इन सबका सिला मुझे माया ने क्या दिया?
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