लखनऊ: केजीएमयू का रेडियो थेरेपिस्ट डिपार्टमेंट बना आवारा कुत्तों का गढ़
अस्पताल में जहां लोग अपना इलाज करवाने आते हैं, वहीं जगह अब लोगों को बीमार बनाने का काम कर रही है। प्रशासन की लापरवाही के कारण मासूम लोग अपनी जान तक गवां सकते हैं। लेकिन ना तो प्रशासन को कोई मतलब है ना ही सरकार को। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की खास खबर..
लखनऊ: अस्पताल में जहां लोग अपना इलाज करवाने आते हैं, वहीं जगह अब लोगों को बीमार बनाने का काम कर रही है। प्रशासन की लापरवाही के कारण मासूम लोग अपनी जान तक गवां सकते हैं। लेकिन ना तो प्रशासन को कोई मतलब है ना ही सरकार को। अब अगर इंसान अस्पताल जैसी जगह में भी सुरक्षित नहीं है तो आखिर कहां जाएगा।
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लखनऊ के अस्पताल का हाल इतना बुरा है कि वहां इंसान कम और आवारा कुत्ते ज्यादा नजर आते हैं। रेडियो थेरेपिस्ट डिपार्टमेंट में आवारा कुत्ते भी मरीजों और तीमारदारों के साथ आराम फरमा रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से कई तरह की घटनाएं घट सकती हैं।
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24 घंटे अस्पताल में आवार कुत्ते घूमते रहते हैं लेकिन फिर भी इन आवारा कुत्तों पर नजर डॉक्टरों और गार्डों की नहीं पड़ती। इनकी लापरवाही देखकर यहीं लगता है कि ये किसी बड़ी घटना होने का इंतजार कर रहे हैं। केजीएमयू के रेडियोथैरेपिस्ट डिपार्टमेंट का मामला।