महराजगंज: सिसवा का 34 साल पुराना अग्निशमन केंद्र जर्जर भवन में तोड़ रहा दम, एक गाड़ी पर तीन सौ गांवोंं की ज़िम्मेदारी, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद के सिसवा में मौजूद 34 साल पुराना अग्निशमन केंद्र आज अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए पूरी खबर

बदहाल पड़ा सिसवा का अग्निशमन केंद्र
बदहाल पड़ा सिसवा का अग्निशमन केंद्र


महराजगंज: नगरपालिका सिसवा कस्बे के वार्ड नम्बर 16 सरदार पटेल नगर में स्थित अग्निशमन केंद्र की नींव आज से 34 साल पहले रखी गई थी। जिसमें लगभग तीन सौ गांवों को आग से बचाने की जिम्मदारी सौंपी गयी थी, लेकिन तमाम लापरवाहियों के चलते यह आज खुद अपनी ही सुरक्षा के लिये तरस रहा है।

जब जनता की सुरक्षा के लिये कोई स्थापित सरकारी सुविधा जब खुद ही बीमार पड़ जाए तो आम जनता की सुरक्षा कैसे करेगी। इसका जीता जागता उदाहरण महराजगंज जनपद के नगरपालिका सिसवा कस्बे के वार्ड नम्बर 16 सरदार पटेल नगर में स्थित अग्निशमन केंद्र का है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक सरकारी उपेक्षा और संसाधनों की भारी कमी के चलते यह फायर स्टेशन अपनी ही बदहाली पर आसूं बहा रहा है। लगभग 34 वर्ष पहले स्थापित अग्निशमन केंद्र पर सिसवा और निचलौल ब्लॉक के लगभग तीन सौ गांवों को आग से बचाने की जिम्मदारी सौंपी गयी थी लेकिन तमाम तरह की लापरवाहियों के चलते यह आज खुद अपनी ही सुरक्षा के लिये तरस रहा है।

जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित अग्निशमन केंद्र की व्यवस्था बेहद बदहाल हो गया है। मौके पर दमकल परिसर में एकाक बेजान गाड़ियों के अलावा कुछ नही। खंडहर में तब्दील हो चुके इस अग्निशमन केंद्र पर विशाल क्षेत्र की जिम्मेदारी सौपी गई है। मगर विभाग की उदासीनता के चलते जिम्मेदारी न उठा पाने के लिये यह खुद ही लाचार हो गया है।

सिसवा-निचलौल मुख्य मार्ग पर स्थित अग्निशमन केंद्र 1989 में नींव की ईट रखकर निर्माण कार्य की शुरुआत की गई थी। जब अग्निशमन केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो आसपास के क्षेत्र में लोगों के प्रति खुशी दौड़ पड़ी। परंतु आज अग्निशमन केंद्र की बदहाली देखकर हर कोई परेशान है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सिसवा व निचलौल ब्लाक के लगभग 3 सौ गांवों को आग से बचाने के लिए बना अग्निशमन केंद्र विभागीय उपेक्षा के शिकार है। टूटा हुआ छत विभाग के ऊपर पड़े बोझ को बयां करता है और पेड़ों के ऊपर लटकता नंगा तार तमाम अधिकारियों की पोल खोलता हुआ नजर आता है। यहां कुल 15 कर्मचारी है, जिसमें तीन दीवान दस सिपाही एक चालक की तैनाती कई वर्षों से राम भरोसे है।

परिसर में 2 छोटी दमकल की मिक्स गाडियां है। जिसमें एक बड़ी गाड़ी सड़ कर गल रही है। जो नीलामी के बेहद करीब है। परिसर में शौचालय भी जर्जर की स्थिति में है। अग्निशमन केंद्र पर तैनात दीवान के अनुसार संसाधनों की भारी कमी होने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, कई बार प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। फिलहाल अभी लोग किराए पर रहकर अपनी डियूटी करते है।










संबंधित समाचार