डॉ.अखिलेश दास का समाज सेवा में गहरा लगाव था, पढ़िए खास बातें..

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अखिलेश दास का बुधवार को लखनऊ में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। डॉ.अखिलेश दास का रुझान सिर्फ राजनीति ही नहीं बल्कि समाज के तमाम क्षेत्र में था पढ़िए…

Updated : 12 April 2017, 1:01 PM IST
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लखनऊ: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता अखिलेश दास गुप्ता का बुधवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। मौत की खबर सुनने के बाद कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गयी है। अखिलेश दास का 56 साल की उम्र में निधन हुआ है।

अखिलेश दास यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास के बेटे थे। सक्रिय राजनीति के साथ वो रियल स्टेट, मीडिया और शिक्षण संस्थाओं के व्यवसाय से भी जुड़े थे।

अखिलेश दास का जीवन सफलता और उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने शिक्षा के साथ खेल को प्रोत्साहित करने के लिए अकादमी भी खोली थी।

समाज सेवा से जुड़ाव

56 साल के अखिलेश दास का समाज सेवा में गहरा लगाव था। लखनऊ में उन्होंने नि:शुल्क एम्बुलेंस चलवा रखी थीं और जगह-जगह जल प्याऊ लगवाना उनकी आदत में शुमार था।

 

शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय

शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय अखिलेश दास ने 12 अक्टूबर 2010 को बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी की स्थापना की। अभी इससे इंजीनियरिंग, मेडिकल और डेंटल के साथ ही कई डिग्री कॉलेज संचालित हो रहे हैं जहां से हजारो इंजीनियर हर साल निकलते हैं।

खेल के क्षेत्र में योगदान

इसके अलावा अखिलेश दास ने खेल के क्षेत्र में भी काफी योगदान दिया है। उन्होंने बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी भी खोली। इसके अलावा वे खुद भी एक नेशनल लेवल के बैडमिंटन खिलाड़ी थे।

Published : 
  • 12 April 2017, 1:01 PM IST

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