शरद पवार ने दुग्ध उत्पादों से जुड़ी इस योजना का किया विरोध, जानिये पूरा मामला
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख एवं पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने मक्खन और घी जैसे दुग्ध उत्पादों के आयात की किसी भी सरकारी योजना का बृहस्पतिवार को विरोध किया और कहा कि इससे डेयरी क्षेत्र का पुनरुद्धार बाधित होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख एवं पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने मक्खन और घी जैसे दुग्ध उत्पादों के आयात की किसी भी सरकारी योजना का बृहस्पतिवार को विरोध किया और कहा कि इससे डेयरी क्षेत्र का पुनरुद्धार बाधित होगा।
केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला को लिखे पत्र में, पवार ने मक्खन और घी जैसे डेयरी उत्पादों के आयात के लिए सरकार के ‘‘इरादे’’ संबंधी मीडिया रिपोर्ट का उल्लेख किया।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पवार ने कहा, ‘‘इस संबंध में केंद्र सरकार का कोई भी फैसला पूरी तरह से अस्वीकार्य होगा क्योंकि इन उत्पादों के आयात से घरेलू दुग्ध उत्पादकों की आय पर सीधा असर पड़ेगा।’’
उन्होंने कहा कि डेयरी किसान अभूतपूर्व कोविड-19 संकट से हाल में उबरे हैं और इस तरह के निर्णय से उनकी दिक्कतें बढ़ जाएंगी।
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पवार ने पत्र में कहा, ‘‘कृपया मेरी चिंता पर ध्यान दिया जाए। अगर इस मामले पर गौर किया जाता है तो मुझे खुशी होगी और मंत्रालय दुग्ध उत्पादों के आयात संबंधी कोई भी फैसला नहीं ले।’’
गौरतलब है कि पशुपालन एवं डेयरी सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा था कि घरेलू मांग में 8-10 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 में देश का दूध उत्पादन स्थिर रहा है।