केरल के राज्यपाल के खिलाफ एसएफआई का विरोध प्रदर्शन जारी

डीएन ब्यूरो

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के छात्र संगठन ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रखा और राज्यपाल के डेंटल कॉलेज जाने के दौरान काले झंडे तथा बैनर दिखाए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

राज्यपाल के खिलाफ एसएफआई का विरोध प्रदर्शन जारी
राज्यपाल के खिलाफ एसएफआई का विरोध प्रदर्शन जारी


तिरुवनंतपुरम: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के छात्र संगठन ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रखा और राज्यपाल के डेंटल कॉलेज जाने के दौरान काले झंडे तथा बैनर दिखाए।

राज्यपाल कथित तौर पर इलाज के लिए यहां डेंटल कॉलेज गए थे।

एसएफआई ने डेंटल कॉलेज के बाहर बैनर दिखाए जिनपर लिखा था, ‘‘हमें सावरकर नहीं, कुलपति चाहिए।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार माकपा का युवा मोर्चा ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (डीवाईएफआई) भी एसएफआई के प्रदर्शन में शामिल हुआ। उसके सदस्यों ने डेंटल कॉलेज जाने वाले मार्ग पर बैनर लगाए जिनपर लिखा था, ‘‘संघी कुलपति केरल छोड़ो।’’

एसएफआई कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को राजभवन लौटने के दौरान काले झंडे दिखाए।

खान का विभिन्न मुद्दों को लेकर, सत्तारूढ़ वाम दल के साथ टकराव चल रहा है। पिछले सप्ताह छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने खान के वाहन पर कथित तौर पर हमला किया और कालीकट विश्वविद्यालय में उन्हें 'संघी' बताते हुए बैनर लगाए थे।

राज्यपाल ने पलटवार करते हुए कार्यकर्ताओं को 'बदमाश', 'अपराधी' और 'गुंडा' बताया था।

खान ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और सत्तारूढ़ माकपा की छात्र इकाई के खिलाफ अपना रुख सख्त करते हुए सोमवार को उन्हें ‘धमकाने वाला’ करार दिया और कहा था कि वह ‘‘उनसे डरने वाले नहीं हैं’’।

केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने एक दिन पहले राज्यपाल पर आरोप लगाया था कि वह भड़काऊ बयान देकर राज्य की शांति को ‘भंग’ करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री का उल्लेख ‘धमकाने वाले’ के तौर पर किया।

विजयन ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को वापस बुलाने की मांग करने के लिए केंद्र सरकार का रुख करने पर विचार कर सकती है।










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